कुछ भी कहने से बच रहा अथॉरिटी
एयरपोर्ट अथॉरिटी के अफसर कुछ भी कहने से बच रहे हैं। सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया की एलायंस एयर और निजी क्षेत्र की कंपनी टर्बो एविएशन ने रायपुर- जगदलपुर उड़ान सेवा के लिए अपने समर शेड्यूल से एक भी विमान उपलब्ध नहीं करवाया है। जगदलपुर से पहले एयर इंडिया ने रायपुर से झारसुगुड़ा के लिए उड़ान में दिलचस्पी दिखाई है। रायपुर एयरपोर्ट पर इसके लिए बुकिंग भी शुरू हो गई है। ५ जून को रायपुर से झारसुगुड़ा के लिए पहली फ्लाइट रवाना होगी।
सुरक्षा व्यवस्था से संतुष्ट नहीं हो पाई कंपनियां
जगदलपुर में यात्रियों का दबाव होने के बाद भी उड़ान शुरू नही होने के पीछे कई वजह सामने आ रही है। जिसमें सुरक्षा सबसे अहम मुद्दा है। अभी तक विमानन कंपनियां सुरक्षा को लेकर आश्वस्त नहीं हो पाई हैं। इससे पहले एयरपोर्ट अथॉरिटी को राज्य सरकार ने जगदलपुर में सुरक्षा की पूरी गारंटी दी थी। इसके बावजूद विमानन कंपनियां उड़ान शुरू करने से पीछे हट गईं।
इससे पहले रायपुर से जगदलपुर उड़ान भरने वाली कंपनी एयर ओडिशा ने यह समस्या एयरपोर्ट अथॉरिटी के सामने रखी थी लेकिन उपकरण का आधुनिकीकरण नहीं किया गया। रायपुर के माना एयरपोर्ट में लगे वैरी हाई डॉप्लर ओमनी डायरेक्शन मशीन में 1200 मीटर से कम विजिबिलिटी में भी लैंडिंग की जा सकती है।
जगदलपुर में लैंडिंग और टेकऑफ के लिए आधुनिक मशीन नहीं
जगदलपुर एयरपोर्ट में फ्विमान की लैंडिंग और टेकऑफ के लिए विजुअल फ्लाइट रूल्स तकनीक की मशीन लगाई गई है। रनवे परिक्षेत्र में लगाई गई इस मशीन के जरिए 5000 मीटर तक विजिबिलिटी में लैंडिंग की अनुमति मिलती है। खराब मौसम धुंध या बारिश की वजह से विजिबिलिटी कमजोर होने की वजह से फ्लाइट की लैंडिंग नहीं की जा सकती है।
सेकेंड फेस का इंतजार
जगदलपुर एयरपोर्ट के डायरेक्टर केके भौमिक ने बताया कि, झारसुगुड़ा के लिए रायपुर से शुरू हो रही उड़ान पहले फेस का हिस्सा है। संभव है कि जगदलपुर से सेकेंड फेस में फ्लाइट का संचालन शुरू हो। हम कंपनियों की हर आवश्यकता को पूरा कर सकते हैं। सेकेंड फेस का जुलाई-अगस्त तक इंतजार करें।