एसपी व बोधघाट टीआइ से बात से किया इंकार
गौर करने वाली बात रही कि शहर के बीचों बीच इतनी बड़ी कार्रवाई हुई, लेकिन जिले की पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। इतना ही नहीं यह जानकारी 24 घंटे बाद तक इन्हें नहीं थी। जब ‘पत्रिकाÓ रिपोर्टर ने इसकी पुष्टि के लिए एसपी व बोधघाट टीआइ से बात की तो उन्होंने एेसा कुछ भी नहीं होने की बात कही।
काफी लंबे समय से इनको ट्रेक किया जा रहा था
जब दंतेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव को फोन कर इस कार्रवाई के बारे में पूछा तो उन्होंने इस खबर की पुष्टि करते हुए घटनाक्रम डिटेल में बताया। दंतेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि जगदलपुर व दंतेवाड़ा की सायबर सेल की निशानदेही पर यह कार्रवाई की गई। काफी लंबे समय से इनको ट्रेक किया जा रहा था।
इन्हें ट्रेक किया गया तो इनका लोकेशन जगदलपुर बस स्टैंड मिला
संदिग्ध लगने पर लगातार इन पर नजर भी रखी जा रही थी। रविवार को जब इन्हें ट्रेक किया गया तो इनका लोकेशन जगदलपुर बस स्टैंड मिला। यहीं इन्हें घेराबंदी कर तीनों को गिरफ्तार किया गया है। हाल ही में सायबर सेल को अपडेट करने के बाद से इनपर नजर बनाकर रखना सफल हो पाया।
इन सब वारदातों को देते थे अंजाम
कुआकोंडा पुलिस के पूछताछ पर तीनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। आरोपी माओवादी के बस्तर के बडे़ माओवादी नेता विनोद, देवा और गुण्डाधुर के साथ सक्रिय रूप से जुड़ कर काम करने की बात कही है। एसपी ने बताया कि यह तीनो माओवादी फरवरी में हिंगा मंडावी की हत्या में शामिल थे। साथ ही यह माओवादियों को विस्फोटक पहुंचाने के साथ-साथ संगठन के लिए विस्फोटक सामग्री, दवाइयां और दैनिक उपयोग की वस्तुए उपलब्ध करवाने का काम भी करते थे।