मिली जानकारी के अनुसार जगदलपुल में रहने वाला मोतीराम ठेकेदारी का कामक करता है। वह इन नाबालिग बच्चों से मजदूरी करवाता था। बच्चों को सीमेंट, ईट व अन्य सामान ढुलाई का काम करवाता था। इसके लिए प्रत्येक बच्चों को रोजाना ढाई सौ रुपए दिया जाता है।
सरगीपाल निवासी १३ वर्षीय सोनामणि ने बताया कि रोजाना की तहर
ट्रैक्टर चालक बुधराम इन नाबालिक बच्चों को मजदूरी के लिए ट्रैक्टर से लेकर जा रहा था। इस दौरान सरगीपाल के पास ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर पलट गई। इस घटना में एक बच्ची का पैर बुरी तरह से फैक्चर हो गया। वहीं १३ वर्षीय लक्कीराम, १३ वर्षीय गुडिय़ा, १६ वर्षीय अंजना, १५ वर्षीय उमा को गंभीर चोट आई है।
ट्रैक्टर में सीमेंट ईट ले जाया जा रहा था। ट्रैक्टर चालक बुधराम तेज व लापरवाही पूर्वक चला रहा था। इससे ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर पटल गई। घायल बच्चों ने बताया कि डाइवर हमेशा लापरवाही पूर्वक गाड़ी चलाता था। मालिक से कई बार शिकायत भी कर चुके थे। बावजूद वह नहीं सुधरा। जिसका खामिजाया नाबालिक बच्चों को भुगतना पड़ रहा