दरअसल उज्जवला योजना के तहत जिले में कुल 1 लाख 19 हजार हितग्राही हैं, जिन्हें शासन की ओर से गैस सिलेण्डर की राशि 700 रुपए खाते में दी जा रही है। हितग्राही परिवार को अपने खाते से इस राशि का आहरण करने के बाद गैस एजेंसी से सिलेण्डर खरीदना है। शासन की ओर से आगामी तीन माह तक गैस सिलेण्डर की राशि इसी तरह खाते में दी जाएगी। इस तरह शासन की ओर से निरूशुल्क सिलेण्डर प्रदाय किया जा रहा है, लेकिन एक शर्त भी रखी गई है, यदि हितग्राही परिवार उक्त राशि का इस्तेमाल सिलेण्डर खरीदने के बजाए अन्य जगह पर इस्तेमाल करता है, तो उसे दूसरे और तीसरे माह का सिलेण्डर नहीं दिया जाएगा।
शासन की ओर से कोरोना संक्रमण के दौरान ऐसे परिवारों को निशुल्क प्रदाय किया जा रहा हैए जो आर्थिक रुप से सक्षम नहीं है और इस समय सबसे अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। तीन माह तक निरूशुल्क सिलेण्डर प्रदाय किया जाएगा। जिसमें रिफिल करने 15 दिन का गैप रखना होगा। शासन की ओर से प्रदाय की जा रही इस राशि का दुरुपयोग न करें और सिलेण्डर ही खरीदें।
सिलेण्डर नहीं खरीदा तो रुपए वापस
उज्जवला योजना के नोडल अधिकारी सुनील दास ने बताया है कि यदि हितग्राही सिलेण्डर नहीं खरीदेगा तो उक्त राशि लैप्स कर दी जाएगी और आगामी माह में यह सेकेण्ड फेस में दूसरे सिलेण्डर की राशि खाते में दी जाएगी। इसलिए हितग्राही शासन की ओर से दी राशि का उपयोग सिलेण्डर खरीदने में ही इस्तेमाल करें।