scriptपोटाली में पुलिस कैंप के लिए जमीन देने राजी हुए ग्रामीण, आम सहमति से पास हुआ प्रस्ताव | Villagers agreed to give land for police camp in Potali, proposal pass | Patrika News

पोटाली में पुलिस कैंप के लिए जमीन देने राजी हुए ग्रामीण, आम सहमति से पास हुआ प्रस्ताव

locationजगदलपुरPublished: Feb 26, 2020 12:36:17 pm

Submitted by:

Akash Mishra

160 की आबादी वाले गांव के 62 लोगों की मौजूदगी में पारित हुआ प्रस्ताव

पोटाली में पुलिस कैंप के लिए जमीन देने राजी हुए ग्रामीण, आम सहमति से पास हुआ प्रस्ताव

पोटाली में पुलिस कैंप के लिए जमीन देने राजी हुए ग्रामीण, आम सहमति से पास हुआ प्रस्ताव

दंतेवाड़ा / नकुलनार। पोटाली में स्थापित किए गए पुलिस कैंप की १० हेक्टेयर की जमीन अब फोर्स के उपयोग में अधिकारिक रूप से लाई जा सकेगी। कैंप स्थापित करने को लेकर नवंबर महीने में ग्रामीणों ने खूब विरोध किया था। ४ महीने में फोर्स ने यहां ग्रामीणों का विश्वास जीतने का काम किया। कैंप स्थापित होने के करीब ४ महीने बाद मंगलवार को पोटाली में ग्राम सभा बुलाई गई। इस ग्राम सभ्भा में १६० की आबादी वाले गांव के ६२ लोगों ने कैंप के लिए जमीन देने अपनी रजामंदी दे दी। इस संबंध में ग्राम सभा में बकायदा प्रस्ताव लाया गया और इसे ग्रामीणों के हस्ताक्षर के साथ पारित कर दिया गया। अरनपुर थाना क्षेत्र के पोटाली में फोर्स के कैंप के लिए जमीन इस्तेमाल की अनुमति को लेकर मंगलवार को विशेष ग्राम सभा का आयोजन किया गया। इसमें 62 ग्रामीणों के हस्ताक्षर युक्त प्रस्ताव पारित किया। जमीन इस्तेमाल के प्रस्ताव में दो अलग-अलग खसरों से कुल 10 हेक्टेयर जमीन पर अनापत्ति दी गई है। एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि ग्राम पंचायत बुरगुम के आश्रित ग्राम पोटाली पुजारीपाल में कैंप स्थापना को लेकर ग्राम सभा की विधिवत सहमति हासिल करने ये विशेष ग्राम सभा आयोजित की गई थी। कुल160 की आबादी वाले इस गांव में 62 ग्रामीण ग्राम सभा में उपस्थित थे। बाकी लोग मिर्ची तोडऩे बाहर जाने की वजह से उपस्थित नहीं हो सके। एसपी ने कहा कि जितनी उपस्थिति थी वह ग्राम सभा के लिए पर्याप्त थी। ग्रामीणों ने सर्व सम्मति से कैंप के लिए जमीन देने के प्रस्ताव को पारित कर दिया है। इससे कैंप स्थापना के विरोध में ग्रामीणों को उकसा रहे माओवादियों के मंसूबे पर पानी फिर गया है।

पहले विरोध का करना पड़ चुका है सामना
पोटाली में कैंप खुलने को लेकर पहले ग्रामीणों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना पुलिस को करना पड़ रहा था। जिसमें ग्राम सभा से विधिवत अनुमति नहीं लेने को मुद्दा बनाया गया था। हालांकि पुलिस का दावा था कि विरोध के पीछे ग्रामीणों की खुद की मंशा नहीं है बल्कि माओवादियों का दबाव काम कर रहा था। इस वजह से ग्रामीण मजबूरन कैंप के विरोध में आए थे। एसपी. डॉ पल्लव ने कहा कि ग्रामीणों ने माओवादी भय व दबाव के बावजूद कैंप के लिए जमीन देकर सुरक्षा के साथ विकास के मार्ग को चुना है।

दंतेवाड़ा जिले में दो और नए कैंप खोलने की तैयारी
पोटाली में हालात पूरी तरह से फोर्स के पक्ष में हैं। ऐसे में अब पुलिस प्रशासन जिले में दो और बड़े कैंप स्थापित करने की तैयारी में जुट गया है। सूत्र बताते हैं कि बचेली और बारसूर इलाके में कैंप की स्थापना की जा सकती है। बचेली में गुमियापाल में कैंप खुलना लगभ्भग तय माना जा रहा है। दंतेवाड़ा पुलिस संवेदनशील इलाके में कैंप की स्थापना कर शांति बहाल करने की रणनीति पर आगे बढ़ रही है। हालांकि इसे लेकर कोई भी आधिकारिक बयान नहीं दिया जा रहा है। पुलिस अफसरों की मानें तो कैंप तभी स्थापित किए जाएंगे जब उसके लिए अनुकूल माहौल मिलेगा।

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