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साप्ताहिक बाजारों में खेले जाने वाले इस जुए की गिरफ्त में आ रहे ग्रामीण, पुलिस प्रशासन ने साध रखी है चुप्पी

locationजगदलपुरPublished: Jan 02, 2020 01:29:54 pm

Submitted by:

Badal Dewangan

कोंडागांव पुलिस थाना के अंतर्गत कई ग्राम पंचायतों के साप्ताहिक बाजारों में बड़ी तादाद में खुडख़ुडिय़ा जुआ का खेल बेखौफ फल-फूल रहा है।

साप्ताहिक बाजारों में खेले जाने वाले इस जुए की गिरफ्त में आ रहे ग्रामीण, पुलिस प्रशासन ने साध रखी है चुप्पी

साप्ताहिक बाजारों में खेले जाने वाले इस जुए की गिरफ्त में आ रहे ग्रामीण, पुलिस प्रशासन ने साध रखी है चुप्पी

बोरगांव/दहिकोंगा. पड़ोसी राज्य उडि़सा के सरहदी इलाकों में इन दिनों खुडख़ुडिय़ा जुए का चलन बढ़ा है। इसकी चपेट में आकर गांव के भोले-भाले किसान वर्ग के लोग मेहनत की कमाई को इस जुए के लालच में गंवा दे रहे हैं। इसकी जानकारी होते हुए भी पुलिस प्रशासन चुप्पी साध रखी है। इससे पुलिस प्रशासन के ऊपर भी उंगली उठना लाजमी है।

विरोध करने पर मारपीट पर हो जाते हैं उतारू
दिलचस्प बात यह है कि सब्जी बेचने एवं लेने आए सैकड़ों लोगों ने जुआ खेलते देखते हुए भी किसी ने इसकी सूचना पुलिस को नहीं दी। इन जुआ खिलाने वालों की हौसला इतनी बुलंद है कि अगर कोई इसका विरोध करता है तो जुआ खिलाने वाले उसके ऊपर हावी होकर मारपीट में उतारू हो जाते हैं। कोंडागांव पुलिस थाना के अंतर्गत कई ग्राम पंचायतों के साप्ताहिक बाजारों में बड़ी तादाद में खुडख़ुडिय़ा जुआ का खेल बेखौफ फल-फूल रहा है। और इसे रोकने के लिए कोई कड़ा कदम नहीं उठाया जा रहा है।

विकासखंड कोण्डागांव के अंतर्गत ग्राम कुसमा के साथ-साथ आस पड़ोस के लगभग सभी साप्ताहिक बाजारों में खुडख़ुडिय़ा जुआ जोरों से चल रहा है। जिसमें खुडख़ुडिय़ा जुआ खेलने में किसान के अलावा बच्चें भी इसके चपेट में आ रहे हैं। साप्ताहिक बाजार का उपयोग अब सामान खरीदने और बेचने के अलावा ताशपत्ती से खुडख़ुडिय़ा खेलने के लिए भी किया जा रहा हैं। जिसका नजारा बुधवार को कुसमा के साप्ताहिक बाजार में देखने को मिला। पुलिस प्रशासन के नाक के नीचे भरे बाजार के बीच इस तरह के कार्य को अंजाम कई सवालों खड़े कर रहा है।

ग्रामीणों ने कहा
बाजार के कुछ लोगों ने बताया कि ऐसे जुआ खिलाने वाले गांव के सरपंच से लेकर थाने तक सबको कमीशन बंधा हुआ रहता है। इसलिए शिकायत करने पर इन पर कोई कार्रवाई नहीं होती। इस तरह बीच बाजार में जुआ खिलाने वालों पर अंकुश लगाने के लिए सब्जी खरीदने वालों एवं बाजार करने वालों को प्रयास करना चाहिए। ताकि छोटे बच्चों, महिलाओं एवं ग्रामीणों पर इसका बुरा असर न पड़े। पुलिस तक उनकी शिकायत नहीं पहुंचने एवं उन पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं होने के कारण वे लोग बेखौफ होकर जुआ खिलाने का अवैध काम कर रहे हैं।

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