यहां होनी है सभा
इस आंदोलन के जरिए वे आदिवासियों की रिहाई के साथ जेल में बंद लोगों के अधिकार और स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता भी एक मांग है। यह आंदोलन कुआकोंडा के क्रिकेट मैदान में होना है। इस आंदोलन में शामिल होने के लिए दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा जिले से लोग पांच दिन पहले ही निकल गए थे। लेकिन बीच में सोनी सेाढ़ी की गिरफ्तारी के बाद कई लोग वापस चले गए थे। जो अब फिर से वापस लौट रहे हैं।
आदिवासियों ने साफ कर दिया है
बुधवार को इस सभा में आदिवासी समाज के कई बड़े नेता के भी शामिल होने की खबर हैं। वहीं संवेदनशील इलाके में हो रहे इस सभा के लिए पुलिस विभाग ने भी सुरक्षा की व्यवस्था चाक चौबंध कर रखी है। गौरतलब है कि इस आंदोलन को लकर आदिवासियों ने साफ कर दिया है कि वे सरकार से सीधी बात करना चाहते हैं। ताकि मांगों और सरकार के वादों को लेकर स्थिति साफ हो सके।
यह है प्रमुख मांगे
जेल में बन्द निर्दोष आदिवासियों को रिहा किया जाए, जेल में अपनी क्षमता से 5 गुना ज्यादा आदिवासियों को ठूंस दिया गया है जहां उनके सोने तक की जगह नहीं मिल रही है। जेलों की संख्या बढ़ाई जाए, आदिवासी बीमार होते हैं उन्हें अस्पताल की सुविधा नहीं मिल पाती तो उन्हें अस्पताल की सुविधा दी जाए, एक कमेटी बने जो हर माह जेल में बंद लोगों से मिले और उनकी स्थिति देखें। रिपोर्ट तैयार हो और सरकार इस पर फैसला ले।