देखे वीडियो...जांच में फर्जी मुठभेड़ होने का खुलासा न हो जाए इसलिए दफनाने की जगह पुलिस ने डीजल डालकर शव जलवा दिया
जगदलपुरPublished: Jan 03, 2023 07:32:05 pm
- आदिवासी नेत्री सोनी सोढ़ी बोली आदिवासियों के साथ हो रहा अन्याय
- प्रत्यक्षदर्शी ने २० दिसंबर को हुई मुठभेड़ को बताया फर्जी, कहा रंजू धान बेचने की तैयारी में खेत गया था
- परिजनों ने लगाया आरोप


जगदलपुर. बस्तर में एक बार फिर मुठभेड़ पर फर्जी होने का आरोप लगा है। पुलिस ने २० दिसंबर को तिम्मेनार के जंगलों में हथियार के साथ जिस नक्सलियों के मिलिट्री इंटेलिजेंस कमांडर रंजू मडक़म के सदस्य को मारने का दावा किया था अब उसके परिजन और ग्रामीणों ने सवाल उठाया है। प्रेसवार्ता करते हुए परिजनों ने कहा कि रंजू खेत गया था निहत्थे रंजू की हत्या की गई। फिर उसे नक्सली बता दिया और बाद में रीत रिवाज के अनुसार शव का अंतिम संस्कार भी नहीं करने दिया। जवान जानते थे कि उनकी तरफ से गलती हो गई थी। ऐसे में वे घटना को लेकर कोई सबूत नहीं छोडऩा चाहते थे। इसलिए कहीं भेद न खुल जाए इसलिए रिती रिवाज के अनुसार शव को दफनाने नहीं दिया और जल्दबाजी में रिश्तेदारों का इंतजार किए बगैर जबरदस्ती चिता पर लकड़ी के साथ डीजल डालकर शव को जला दिया। प्रेसवार्ता के दौरान भुर्जी मूलआदिवासी बचाओ मंच के लखन पुनेम, बेचापाल मूलआदिवासी बचाओ मंच के राजू हेमला, लक्खे, आशू, राजू, मुन्ना पुनेम, लखमा और रमा समेत परिवार के लोग मौजूद थे।