मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी और उससे लगे दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश के ऊपर मजबूती से स्थित है। एक निम्न दाब का क्षेत्र पूर्व मध्य सागर में स्थित है उस और अधिक प्रबल होने की संभावना है। इसके असर से जिले में बारिश हो सकती हैं।
बारिश की वजह से धान की क्वालिटी पर बुसरा असर पड़ रहा है। पैदावार भी प्रभावित होगा। इससे किसान काफी परेशान है। बारिश ने किसानों की सारी मेहनत पर पानी फेर दिया।