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इस पंचायत में कारनामा ऐसा, जहां बिजली ही नहीं वहां फिट कर दिया मोटर, यहां रोज होती है पानी के लिए मारामारी

locationजगदलपुरPublished: Sep 12, 2019 03:13:00 pm

Submitted by:

Badal Dewangan

शहर से सटे पंचायत का ही हाल बेहाल, पानी के लिए चल रही रोज मारामारी, पखवाड़े भर से ज्यादा समय से बंद है इकलौता हैंडंपप

इस पंचायत में कारनामा ऐसा, जहां बिजली ही नहीं वहां फिट कर दिया मोटर, यहां रोज होती है पानी के लिए मारामारी

इस पंचायत में कारनामा ऐसा, जहां बिजली ही नहीं वहां फिट कर दिया मोटर, यहां रोज होती है पानी के लिए मारामारी

कोण्डागांव. दीया तले अंधेरा वाली कहावत को चरितार्थ करती जिला मुख्यालय से सटे ग्राम पंचायत चिखलपुटी जहां प्लाटपारा के रहवासियों को पिछले कुछ दिनों से पीने का पानी बड़ी मशक्कत के बाद उनके बर्तनों में मिल पा रहा हैं। दरअसल ग्राम पंचायत ने तकरीबन 50 हजार रुपए की लागत से आंगनबाड़ी से लगे एक पुराने हैंडपंप में मोटर डालकर वहां से आंगनबाड़ी तक टंकी लगाकर पाईपलाईन बिछा दिया। इसके बाद से इस हैंडपंप में पानी ही नहीं निकल रहा हैं। जिसके चलते यहां के रहवासी काफी परेशान है और रोजाना सुबह से शाम तक पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा हैं।

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पानी का इकलौता सहारा भी हमसे अब छीन लिया
ग्रामीणों ने बुधवार की दोपहर अपनी समस्या से अवगत कराने फोन कर इसकी जानकारी दी। और जब टीम पत्रिका मौके पर पहुंची तो वहां बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्रित थे और सभी आक्रोशित नजर आ रहे थे। ग्रामीणों का कहना था कि, हमारे इलाके में पहले ही पानी की काफ ी किल्लत हैं। और ऐसे में पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा जबरिया इसमें हैंडपंप के साथ खिलवाड़ किया गया हैं। जबकि हम लोग इसके विरोध में थे, बावजूद इसके पंचायत प्रतिनिधियों ने हमारी एक न सुनी और अपनी मनमानी कर हमारे पाने के पानी का इकलौता सहारा भी हमसे अब छीन लिया हैं। पंचायत प्रतिनिधियो केा इसकी सूचना भी दी पर इस कोई अब तक कोई कार्रवाई नहीं गई हैं। जिसके चलते हम ग्रामीणों को पीने के पानी के लिए भटकना पड़ रहा हैं। हालांकि मोहल्ले में एक दूसरा हैंडपंप तो है पर वह भी अब हमारा साथ नहीं दे पा रहा।

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जहां बिजली नहीं वहां लगाया मोटर
ग्रामीणों ने बताया कि, आर्दश आंगनबाड़ी केंद्र प्लाटपारा में बिजली कनेक्शन ही नहीं हैं वहां बिजली से संचालित होने वाला मोटर लाखों रुपए की लागत से लगा कर सरकारी पैसे का दूरूपयोग पंचायत के द्वारा किया जा रहा हैं। इसी के चलते जैसे-तैसे कर थोड़ा बहुत हैंडपंप से निकलने वाला पानी वह भी अब पूरी तरह से बंद हो गया हैं। हमारा विरोध आबां केंद्र में मोटर लगाने को लेकर नहीं था, बल्कि वहां बिजली ही नहीं है तो वहां क्यों लगाया जा रहा हैं इसका विरोध था। हम ग्रामीण अपने गांव के विकास के लिए अच्छा सोचकर अपने जनप्रतिनिधि का चुनाव करते हैं, लेकिन वो ही जब हमारी ओर ध्यान न दे तो फिर हम अपनी बात कहां रहे। इस दौरान सुमिश्रा राना, धनमति मांझी, चम्पा नेताम, लक्ष्नीबाई, सज्जतीन मांझी, सोनबती, पैतराम, ईश्वर, मुकेश कुमार सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।

पीएचई एसडीओ डीसी नारनोरे ने बताया कि, हैंडपंप खराब होने की सूचना किसी ने नहीं दी थी अब आपसे जानकारी मिली है मैकेनिक भेजकर उसे सुधरवाते हैं।

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