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ग्रामीणों ने पुलिस थाना के सामने सड़क में बैठकर दो घंटे तक क्यों किया चक्काजाम, आइए जानते हैं

locationजगदलपुरPublished: Mar 30, 2022 09:40:14 pm

दंतेवाड़ा जिले में पूर्व एसपी अभिषेक पल्लव के में नेतृत्व विगत डेढ़ वर्षो से नक्सल उन्मूलन हेतु चलाए गए लोन वराटू अभियान का आंकड़ा 529 पार करते ही सवालों के घेरे में आ गया है । मंगलवार को भांसी थाना क्षेत्र में 2 ग्रामीणों को पुलिस ने नक्सली बताकर आत्मसमर्पण करवा दिया था इसको लेकर मंगलवार को सुबह थाने के सामने ग्रामीणों जमकर विरोध प्रदर्शन और चक्का जाम किया । ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि यह फर्जी आत्मसमर्पण है

ग्रामीणों ने दंतेवाड़ा पुलिस के लोन वर्राटू अभियान पर उठाए सवाल

पुलिस पर फर्जी आत्मसमर्पण करवाने का आरोप,विरोध में ग्रामीणों किया चक्काजाम

बचेली . दक्षिण बस्तर के भांसी थाने के अंतर्गत पुलिस द्वारा दो दिनों पूर्व एक महिला सहित दो ग्रामीणों को नक्सली बता कर आत्मसमर्पण करवाए जाने से नाराज ग्रामीणों ने बुधवार को भांसी थाने के सामने सड़क में बैठकर धरना देकर चक्का जाम किया । लगभग दो घंटे तक मार्ग में गाड़ियों का आवागमन बाधित रहा,बाद में एडिशनल एसपी की समझाईश पर ग्रामीणों ने अपना आंदोलन समाप्त किया। इस घटना से दंतेवाड़ा के पूर्व एसपी अभिषेक पल्लव के कार्यकाल में चलाए गए नक्सल उन्मूलन अभियान लोन वर्राटू पर सवालिया निशान लगा दिया है पुलिस ने दावा किया है कि इस अभियान के तहत अब तक 529 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है ।
ग्रामीणों ने बताया कि मंगलवार को पुलिस ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि भांसी थाना क्षेत्र में सक्रिय नक्सली आयती कुंजाम और कमलू कुंजाम को मुख्यधारा में शामिल होने लोन वराटू अभियान के तहत सरेंडर कराया गया है ग्रामीणों के मुताबिक दोनो नक्सली है ही नही, वे पिछले एक दशक से सामान्य जिंदगी जी रहे है कुली-मजदूरी कर अपना और परिवार का जीवन यापन कर रहे है इनका नक्सलियों से दूर-दूर का कोई सम्बन्ध नही है ऐसे लोगो को नक्सली बताना गलत बात है ग्रामीण पुलिस के इस फर्जीवाड़े का विरोध करते है भांसी क्षेत्र के ग्रामीणों ने इसका विरोध करते हुए बुधवार को थाने के सामने ही चक्का जाम कर दिया । ग्रामीणों के मुताबिक आयती कुंजाम और कमलू कुंजाम को घर से बुलाकर दबाव डालकर भांसी पुलिस ने कागजो में अंगूठे लगवाए । ग्रामीणों का आरोप है कि ऐसे ही पूर्व में भी भांसी क्षेत्र के 16 ग्रामीणों को नक्सलियों नक्सली बताकर आत्मसमर्पण कराया गया था जो अन्य राज्यो में मजदूरी के लिए जाते थे और इसके बाद अब गांव के पुजारी की पत्नी आयती को नक्सली बताकर पुलिस अपने कामयाबी के आंकड़े बढा रही है जो पूरी तरह से फर्जी है ।
आपको बता दें कि पुलिस के मुताबिक लोन वराटू अभियान के तहत अब तक 128 इनामी सहित 531 नक्सली जिले में आत्मसमर्पण कर चुके है । भांसी सरपंच अजय तेलाम के नेतृत्व में धुरली के भाजयुमो नेता अरविंद कुंजाम की मौजूदगी में चक्काजाम कर दिया । पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की । प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों को मौके पर पहुंचकर एडिशनल एस पी राजेन्द्र जायसवाल ने समझाइश दी । ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंपकर फर्जी आत्मसमर्पण ना करने और थाना प्रभारी अश्वनी सिन्हा को सस्पेंड करने की मांग की है इधर पुलिस जांच के बाद कार्यवाही करने की बात कर रही है ।
मंगलवार को स्वेच्छा से समर्पण अगले दिन बदला बयान- एएसपी जायसवाल
एएसपी राजेन्द्र जयसवाल का कहना है कि आयती कुंजाम के नाम नामजद मामले दर्ज है पूरी तरह से तस्दीक करने के बाद ही नक्सल मामलों में आरोपी रही आयती और कमलू को आत्मसमर्पण का लाभ दिया गया पर लाभार्थी ने आज बयान बदल दिया है जबकि उक्त आत्मसमर्पित नक्सली के साथ मंगलवार को अन्य ग्रामीण भी मौजूद रहकर आत्मसमर्पण प्रक्रिया में सहयोग किया था ।
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