लूट की वारदात प्रीतम शर्मा मूलत: हरियाणा और हाल राजावास निवासी के साथ हुई। प्रीतम विश्वकर्मा स्थित एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम करता है। उसने बताया कि मंगलवार को उसने विद्याधर नगर स्थित आइसीआइसीआइ बैंक में 5 लाख रुपए निकलवाए। फिर करीब तीन सौ मीटर दूर एचडीएफसी बैंक से कंपनी के खाते से ही 5 लाख रुपए और निकलवाए। रुपयों का बैग कार में रखकर सीकर रोड स्थित खेतान हॉस्पिटल के पास कंपनी के काम से जा रहा था।
इसी दौरान रोडवेज बस डिपो वाली गली में कार लेकर पहुंचा और सीकर रोड पर पहुंचने से पहले ही गली में बाइक सवार ने कार को पैर मारा और वे वहीं रुक गए। अन्य बाइक वाले ने कार का शीशा खुलवाया और बोले कि बाइक सवार के पैर के कार की टक्कर मार दी। उसके चोट लगी है, कार रोक कर उसे अस्पताल पहुंचाओ। तब करीब 20 मीटर आगे सीकर रोड पर कार रोक कर नीचे उतरा तो बाइक पर पीछे बैठा युवक सड़क पर पैर पकड़ कर चिल्ला रहा था और कहने लगा कि मेरे पहुंच तेज चोट आई है। प्रीतम उसके पास पहुंचा और संभालने लगा तो तीसरी बाइक सीकर रोड पर आए दो युवक कार का गेट खोल उसमें रखे 10 लाख रुपए वाला बैग निकालकर भाग गए। प्रीतम युवकों के पीछे दौड़ा तो पीछे से पैर में चोट लगाने का बहाना करने वाले भी भाग गए।
हमने देखा और बोले
कार से बैग लेकर भाग रहे प्रत्यक्षदर्शी सुभाष और अन्य ने बताया कि कार के बगल में जबरन बाइक घुसाने के बाद उसपर पीछे बैठा युवक खुद के पैर को पकड़कर चिल्लाने लगा। उसके पास पहुंचे और चोट देखी, लेकिन उसके कहीं पर भी चोट के निशान नहीं थे। फिर अन्य बाइक पर आए दो युवक कार का गेट खोलकर उसमें रखा बैग निकाल रहे थे, तभी कार चालक को बोला, तुम्हारी कार से बैग लेकर भाग रहे हैं। तब वह अपनी कार की तरफ दौड़ा।
कार से बैग लेकर भाग रहे प्रत्यक्षदर्शी सुभाष और अन्य ने बताया कि कार के बगल में जबरन बाइक घुसाने के बाद उसपर पीछे बैठा युवक खुद के पैर को पकड़कर चिल्लाने लगा। उसके पास पहुंचे और चोट देखी, लेकिन उसके कहीं पर भी चोट के निशान नहीं थे। फिर अन्य बाइक पर आए दो युवक कार का गेट खोलकर उसमें रखा बैग निकाल रहे थे, तभी कार चालक को बोला, तुम्हारी कार से बैग लेकर भाग रहे हैं। तब वह अपनी कार की तरफ दौड़ा।