राज्य की 10 जेलों में रह रहे हैं क्षमता से दोगुने बंदी

राजसमंद जेल : एक की जगह, बंद है तीन लोग

जयपुर. एक आदमी के लिए निर्धारित जगह में तीन लोग, यह किसी झोपड़ी का नजारा नहीं, बल्कि सुधारगृह कही जाने वाली प्रदेश की एक जेल का हाल है। यह जेल राजसमंद में है। प्रदेश की 10 जेल लगभग इसी हालात में हैं, जहां बैरकों में क्षमता से दो गुना से अधिक लोगों को रखा जा रहा है।
देश के प्रधान न्यायाधीश एन.वी. रमणा से लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तक इस स्थिति को लेकर चिंता जता चुके हैं, लेकिन जेलों के वर्षों से ऐसे हालात के बावजूद सुधार नजर होता नहीं दिख रहा है।
सिर्फ एक बेंच जितनी जगह

इन जेलों का नजारा ऐसा होता है कि अस्पताल में रोगियों के परिजनों के बैठने को रखी गई बेंच जितनी जगह मिलती हैं, जिसमें बंदी चाहे तो आराम करे या बैठकर दिन गुजार लें। बंदी बैरक से बाहर कुछ ही घंटे रहते हैं।
सुधार के लिए दो ही विकल्प

स्थिति में सुधार के दो ही विकल्प हैं, या तो जेलों में बंदी कम हों या नई बैरकों का निर्माण हो। विडंबना है कि सरकार न तो इनमें से किसी विकल्प को अपना रही है और न ही इस स्थिति को सुधारने में अपनी लाचारी को स्वीकार कर रही है।
31 जेलों में डेढ़ गुना से अधिक लोग

दो गुना से अधिक भरी इन 10 जेलों सहित प्रदेश की 31 जेलें ऐसी हैं, जिनमें क्षमता से डेढ़ गुना लोग रखे जा रहे हैं।
इन जेलों में दो गुना से अधिक बंदी (30 जून 22 की स्थिति)
जेल———– क्षमता——– रखे गए लोग

राजसमंद—— 55 ————168

नैनवा ———-10————- 27

फलौदी——— 17———— 41

सांचोर ———27———— 63

बालोतरा ——55 ————125
रामगंजमंडी —40———— 89

डूंगरपुर ——–70———— 153

नागौर——— 69———— 146

जालोर——– 36————- 76

गुलाबपुरा ——22———— 44
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