कैसे चले इनका घर… वीरेन्द्र सिंह ने अदालत को बताया कि कांट्रेक्ट पर काम कर रहे कर्मचारियों को बेहद कम वेतन दिया जा रहा है। ड्राईवर मात्र 8200 रुपए और नर्सिंग स्टॉफ को 9200 रुपए ही घर ले जाने लायक मिलते हैं। इस पर अदालत ने एसीएस रोहित कुमार सिंह से मुखातिब होकर मौखिक रुप से कहा कि तने कम वेतन में परिवार कैसे चल सकता है ? एसीएस ने कांट्रेक्ट के अनुसार पैसा देना बताया तो अदालत ने कहा कि वह कांट्रेक्ट पर जा ही नहीं रहे हैं लेकिन,सरकार मानवीय दृष्टिकोण से विचार करे क्यों कि यह कर्मचारी मानवता की सेवा कर रहे हैं।
खत्म करो हड़ताल और वार्ता करो… अदालत के कहने पर यूनियन अध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह ने नया कांट्रेक्ट होने पर वर्तमान में कार्यरत कर्मचारियों को सेवा में बनाए रखने और टेक होम सैलेरी में तार्किक बढोतरी करने पर तत्काल हड़ताल वापिस लेने का आश्वासन दिया। एसीएस रोहित कुमार सिंह ने हड़ताल समाप्त होने पर शाम 5 बजे यूनियन को अपने चैंबर में वार्ता के लिए आमंत्रित किया था। इस पर कोर्ट ने यूनियन को पांच प्रतिनिधियों के साथ वार्ता करने और सरकार को उनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने तथा 5 नवंबर को नतीजे की जानकारी अदालत में पेश करने के निर्देश दिए हैं।