क्या कहते हैं सीएमएचओ
सीएमएचओ प्रथम पुरुषोत्तम शर्मा का कहना है कि लक्षण के आधार पर एक दिन पहले ही इनका कोरोना टेस्ट करवाया गया था। बच्चे क्वारंटीन में थे। इनकी जांच की गई तो कोरोना पॉजिटिव पाए गए। अन्य बच्चे इनके सम्पर्क में नहीं आए थे, इसलिए अभी स्कूल बंद नहीं करवाया गया है। केवल कक्षा 6 से 12 तक के बच्चों की ऑफलाइन कक्षा बंद रहेगी।
यूं बढ़ता गया मामला
राजस्थान में फिर से कोरोना विस्फोट होने लगा है। सरकार ने गत 15 नवंबर से स्कूल 100 फीसदी क्षमता के साथ खोले थे और अगले ही दिन से स्कूल के बच्चे कोरोना पाॅजिटिव निकलने लगे। अभी सरकार के इस निर्णय को एक पखवाड़ा भी नहीं हुआ है और चार स्कूलों में बच्चे कोरोना पाॅजिटिव आ चुके हैं। सबसे बड़ा मामला मंगलवार को सामने आया है कि जब जयश्री पेड़ीवाल स्कूल में एक के बाद एक 11 बच्चे कोरोना पाॅजिटिव निकले।
अभिभावक भी परेशानी में
प्रदेश में कोविड गाइडलाइन के साथ स्कूलों को 100 प्रतिशत क्षमता के साथ खोला गया है और अगले ही दिन बच्चे कोरोना पाॅजिटिव निकले। उसके बाद से ही स्कूलों में बच्चे कोरोना पाॅजिटिव आ रहे हैं। इस स्थिति के बाद अभिभावक भी परेशानी में आ गए हैं कि बच्चों को स्कूल भेजे या नहीं, क्योंकि अधिकतर स्कूलों ने बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई बंद कर दी है। यदि बच्चा स्कूल नहीं जा रहा है तो कोर्स पूरा नहीं कर सकेगा। ऐसे में कुछ अभिभावक ना चाहते हुए भी बच्चों को स्कूल भेजने को मजबूर हो रहे हैं। बड़ी बात यह है कि छोटी क्लास के बच्चों को भी स्कूल से ही पढ़ाई के नोटिस दिए जा रहे हैं। अभिभावकों का कहना है कि कोराेना फिर से बढ़ रहा है और परिस्थितियां अभी इतनी अनुकूल नहीं हुईं जितना बढ़ा-चढ़ाकर प्रचारित किया जा रहा है। ऊपर से वैक्सीनेशन नहीं होने पर बच्चों की जान को खतरे में डालना ठीक नहीं है।
मंगल पड़ रहा भारी
सरकार ने कोविड गाइड लाइन के तहत 15 नवंबर से स्कूल 100 प्रतिशत क्षमता के साथ खोलने को कहा और अगले दिन मंगलवार था। उस दौरान एसएमएस स्कूल के दो बच्चे कोरोना पाॅजिटिव निकले थे। अब फिर से मंगलवार को कोरोना का कहर बरपा है और जयश्री पेड़ीवाल स्कूल के 11 बच्चे कोरोना पाॅजिटिव आए हैं।