राहुल की इन 10 बातों से समझें सियासी यात्रा को एकजुटता : प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट और अशोक गहलोत के एक बाइक पर बैठने को एकजुटता से जोड़ा। कांग्रेस एक है, जीत तय है। इससे पहले जयपुर दौरे के समय भी दोनों को मंच पर मिलवाया था।
रफाल : जयपुर रैली के बाद सागवाड़ा में भी रफाल घोटाले को उठाते हुए प्रधानमंत्री पर हमला बोला। विजय माल्या : कर्ज लेकर लंदन भागने का जिक्र करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली को कठघरे में खड़ा किया।
नोटबंदी : गरीब की परेशानी का जिक्र करते हुए कहा, कालेधन के नाम पर नोटबंदी लागू कर गरीबों को बैंकों के सामने खड़ा कर दिया। मोदी के सूट-बूट वाले कारोबारी मित्र इन कतारों में नजर नहीं आए।
जीएसटी : पांच तरह के अलग-अलग टैक्स को गब्बर सिंह टैक्स बताया और कहा कि यह भ्रष्टाचार बढ़ाने वाला है। कांग्रेस आएगी तो असली जीएसटी लागू करेगी, तब एक ही फार्म भरना होगा। लोकल टच : रतलाम से बांसवाड़ा-डूंगरपुर रेलवे लाइन का जिक्र करते हुए कहा कि बुलेट ट्रेन के लिए मोदी १ लाख करोड़ दे सकते हैं, तो बांसवाड़ा-डूंगरपुर रेलवे लाइन के लिए 2000 करोड़ क्यों नहीं।
महिला भागीदारी : पार्टी में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए नेताओं को मंच से ही निर्देश दिए। मंच पर महिलाओं की कमी पर नाराजगी जताई, टिकट वितरण में भागीदारी ज्यादा रखने के लिए कहते हुए प्रदेश प्रभारी को आड़े हाथ लिया।
पैराशूटी टिकट : राहुल राजस्थान सहित सभी चुनाव वाले राज्यों में टिकट वितरण में पैराशूटी नेताओं को दूर रखने का संदेश दे रहे हैं। सागवाड़ा में भी दोहराया कि उन्हीं नेताओं को टिकट मिलेगा, जो पांच साल से पार्टी में मेहनत कर रहे हैं।
युवा-रोजगार : युवा रोजगार पर भी फोकस रहा। बोले, मोदी का मेड इन इण्डिया का नारा फेल हो गया है। देश में चारों ओर मेड इन चाइना ही है। कांग्रेस सच्चे मायने में युवाओं को रोजगार देगी।
मुख्यमंत्री पर निशाना : मुख्यमंत्री पर भी निशाना साधते हुए कहा, उनके कारोबारी मित्र ने उनके बेटे को पैसे दिए। गौरव यात्रा को लेकर कहा कि जनता का पैसा लुटाया जा रहा है।