रोडवेज सयुंक्त मोर्चा पदाधिकारियों ने सरकार की ओर से वार्ता का बुलावा नहीं आने पर अब आर पार की लड़ाई का एलान कर मांगों पर फैसला नहीं होने तक हड़ताल जारी रखने की घोषणा की है। एटक पदाधिकारी एमएल यादव ने कहा कि राज्य सरकार को रोडवेजकर्मियों के साथ आमजन को हो रही परेशानी से मानों कोई सरोकार नहीं है।
आज चौथे दिन भी रोडवेज बसों का संचालन ठप है और आम जनता को आवागमन के साधन नहीं मिलने से परेशानी हो रही है। बस स्टैंड से बसों का संचालन बंद है और किसी भी अप्रिय घटना को नियंत्रित करने के लिए पुलिस का भारी जाब्ता बस स्टैंड पर तैनात है।
हड़ताल के चलते बस स्टैंड पर अब यात्रियों के आने का सिलसिला भी थम गया है। यात्री हड़ताल के चलते निजी बसों व लोक परिवहन सेवा बसों में यात्रा करने पर मजबूर हैं। वहीं मौके का फायदा उठाकर निजी बस आॅपरेटर्स और लोक परिवहन सेवा बस संचालक यात्रियों से मनमाना किराया वसूल रहे हैं।
सरकार से ये मांग कर रहे हैं रोडवेजकर्मी – रोडवेज के खाली पड़े पदों को भरने की स्वीकृति जारी की जाए
– रोडवेज के रिटायर कर्मचारियों के देय सेवानिवृत्ति परिलाभों का भुगतान मिले
– रोडवेज के लिए नई बसें खरीदी जाए
– साथ ही रोडवेज कर्मचारियों को राज्य सरकार के सातवें वेतनमान के अनुसार वेतन और पेंशन भत्ते भी दिया जाए