बुकिंग के लिए बनाई वेबसाइट
नामचीन पंडित अपनी वेबसाइट बनाकर नाम, पते सहित दक्षिणा की राशि भी उपलब्ध करवा रहे हैं। शहर की पॉश कॉलोनियों वैशाली नगर, टोंक रोड, राजापार्क, मालवीय नगर, टोंक रोड, गोपालपुरा, सीस्कीम सहित अन्य जगहों पर ब्राह्मण वीआईपी यजमानों को प्राथमिकता दे रहे हैं। जिस कारण से दोपहर बाद तक लोगों को ब्राह्मणों का इंतजार करना पड़ता है। साधारण निमंत्रण के लिए पंडित बाद में जा रहे हैं। यजमान के घर जाने की तिथि और दक्षिणा पहले से निश्चित हो चुकी है। वहीं अब तर्पण के लिए भी ऑनलाइन बुकिंग की जा रही है।
नामचीन पंडित अपनी वेबसाइट बनाकर नाम, पते सहित दक्षिणा की राशि भी उपलब्ध करवा रहे हैं। शहर की पॉश कॉलोनियों वैशाली नगर, टोंक रोड, राजापार्क, मालवीय नगर, टोंक रोड, गोपालपुरा, सीस्कीम सहित अन्य जगहों पर ब्राह्मण वीआईपी यजमानों को प्राथमिकता दे रहे हैं। जिस कारण से दोपहर बाद तक लोगों को ब्राह्मणों का इंतजार करना पड़ता है। साधारण निमंत्रण के लिए पंडित बाद में जा रहे हैं। यजमान के घर जाने की तिथि और दक्षिणा पहले से निश्चित हो चुकी है। वहीं अब तर्पण के लिए भी ऑनलाइन बुकिंग की जा रही है।
कौए हुए गायब
श्राद्धपक्ष में कौओं को भोजन खिलाने का विशेष महत्व होता है। लेकिन शहरीकरण के चलते कौए भी नजर नहीं आ रहे है। शहर में रामनिवास बाग सहित एक-दो चुनिंदा जगहों पर कौए नजर आ रहे हैं। जिस कारण से भी लोग परेशान हैं।
ऐसे रहेंगे तिथि अनुसार श्राद्ध
24 सितंबर- पूर्णिमा और प्रौष्ठपदी श्राद्ध
25 सितंबर -प्रतिपदा का श्राद्ध, पितृपक्ष और महालय प्रारम्भ
26 सितंबर- द्वितीया का श्राद्ध
27 सितंबर-तृतीया का श्राद्ध
28 सितंबर-चतुर्थी और भरणी नक्षत्र का श्राद्ध
29 सितंबर- पंचमी का श्राद्ध, कृतिका नक्षत्र का श्राद्ध
30 सितंबर- षष्ठी का श्राद्ध
1 अक्टूबर- सप्तमी का श्राद्ध
2 अक्टूबर- अष्टमी का श्राद्ध
3 अक्टूबर-नवमी का श्राद्ध, अविधवा नवमी, सौभाग्यवती मृतकाओं का श्राद्ध
4 अक्टूबर-दशमी का श्राद्ध
5 अक्टूबर-एकादशी का श्राद्ध
6 अक्टूबर-द्वादशी का श्राद्ध, मघा नक्षत्र का श्राद्ध, सन्यासियों को श्राद्ध
7 अक्टूबर-त्रयोदशी का श्राद्ध, चतुर्दशी का श्राद्ध, पितृ पक्ष समाप्त
8 अक्टूबर-सर्वपितृ श्राद्ध और अमावस्या
9 अक्टूबर- मातामही-मातामह श्राद्ध
श्राद्धपक्ष में कौओं को भोजन खिलाने का विशेष महत्व होता है। लेकिन शहरीकरण के चलते कौए भी नजर नहीं आ रहे है। शहर में रामनिवास बाग सहित एक-दो चुनिंदा जगहों पर कौए नजर आ रहे हैं। जिस कारण से भी लोग परेशान हैं।
ऐसे रहेंगे तिथि अनुसार श्राद्ध
24 सितंबर- पूर्णिमा और प्रौष्ठपदी श्राद्ध
25 सितंबर -प्रतिपदा का श्राद्ध, पितृपक्ष और महालय प्रारम्भ
26 सितंबर- द्वितीया का श्राद्ध
27 सितंबर-तृतीया का श्राद्ध
28 सितंबर-चतुर्थी और भरणी नक्षत्र का श्राद्ध
29 सितंबर- पंचमी का श्राद्ध, कृतिका नक्षत्र का श्राद्ध
30 सितंबर- षष्ठी का श्राद्ध
1 अक्टूबर- सप्तमी का श्राद्ध
2 अक्टूबर- अष्टमी का श्राद्ध
3 अक्टूबर-नवमी का श्राद्ध, अविधवा नवमी, सौभाग्यवती मृतकाओं का श्राद्ध
4 अक्टूबर-दशमी का श्राद्ध
5 अक्टूबर-एकादशी का श्राद्ध
6 अक्टूबर-द्वादशी का श्राद्ध, मघा नक्षत्र का श्राद्ध, सन्यासियों को श्राद्ध
7 अक्टूबर-त्रयोदशी का श्राद्ध, चतुर्दशी का श्राद्ध, पितृ पक्ष समाप्त
8 अक्टूबर-सर्वपितृ श्राद्ध और अमावस्या
9 अक्टूबर- मातामही-मातामह श्राद्ध