जैसलमेर जिले में शुक्रवार रात को आए अंधड़ ने बिजली वितरण व्यवस्था को प्रभावित किया। जैसलमेर के जोधपुर मार्ग स्थित 132 केवी जीएसएस के एक ब्रेकर और तीन सीटीआर में विस्फोट हो गया। इसके बाद पूरे शहर की विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। अमरसागर स्थित 220 केवी जीएसएस में भी व्यापक नुकसान होने से ग्रामीण क्षेत्रों की विद्युत आपूर्ति फेल हो गई। जिले भर में करीब 500 विद्युत पोल गिरने की आशंका है। वहीं 25 से 30 जगहों पर लाइन डीपी खराब हो जाने की सूचना है। सैकड़ों गांव-ढाणियों में विद्युत आपूर्ति ठप कर दी। आगामी दो-तीन दिन व्यवस्था को पुन: पटरी पर लाने में लगने का अनुमान है।
उदयपुर क्षेत्र के नाल गांव में बिजली गिरने से छत फट गई व गणेशी व पड़ोसी जगा गमेती घायल हो गए। घर के बाहर लगा बिजली का मीटर भी जल गया। 18.2 एमएम पानी बरसा
जैसलमेर मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में शुक्रवार रात तेज बारिश से जगह-जगह पानी भर गया। मौसम विभाग के अनुसार यहां 18.2 मिलीलीटर पानी बरसा। पर्यटन स्थल माउंट आबू में शनिवार अल सुबह करीब सवा दो बजे बादलों की गडग़ड़ाहट व तेज आंधी के साथ बारिश हुई। एक घंटा भर कभी तेज कभी हल्की बारिश के चलते 25.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा अलवर के राजगढ़ तथा रैणी व इसके समीपवर्ती क्षेत्र में हल्की बूंदाबांदी हुई। चित्तौडग़ढ़ व सीकर में कई इलाकों में बारिश हुई। इससे तापमान में कमी आई है।
जैसलमेर मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में शुक्रवार रात तेज बारिश से जगह-जगह पानी भर गया। मौसम विभाग के अनुसार यहां 18.2 मिलीलीटर पानी बरसा। पर्यटन स्थल माउंट आबू में शनिवार अल सुबह करीब सवा दो बजे बादलों की गडग़ड़ाहट व तेज आंधी के साथ बारिश हुई। एक घंटा भर कभी तेज कभी हल्की बारिश के चलते 25.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा अलवर के राजगढ़ तथा रैणी व इसके समीपवर्ती क्षेत्र में हल्की बूंदाबांदी हुई। चित्तौडग़ढ़ व सीकर में कई इलाकों में बारिश हुई। इससे तापमान में कमी आई है।
11 बजे जोधपुर पहुंची आंधी
जैसलमेर के बाद जिले के ग्रामीण हिस्सों में जनजीवन अस्त-व्यस्त करने के बाद आंधी रात 11:00 बजे जोधपुर पहुंची। हवा की रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा थी। आसमान में चारों तरफ धूल हो गई। घर की छतों पर रखा सामान इधर-उधर उड़ गया। घर में इमारतें धूल से सन हो गए। आंधी के पीछे छींटे भी गिरना शुरु हुए। करीब 1 घंटे तक आंधी का असर बना रहा।
जैसलमेर के बाद जिले के ग्रामीण हिस्सों में जनजीवन अस्त-व्यस्त करने के बाद आंधी रात 11:00 बजे जोधपुर पहुंची। हवा की रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा थी। आसमान में चारों तरफ धूल हो गई। घर की छतों पर रखा सामान इधर-उधर उड़ गया। घर में इमारतें धूल से सन हो गए। आंधी के पीछे छींटे भी गिरना शुरु हुए। करीब 1 घंटे तक आंधी का असर बना रहा।
14 घायल : बाड़मेर के शिवलाल गर्ग की ढ़ाणी में शुक्रवार रात अंधड़ में एक ढाणी में बने कमरे पर लगा टीन शेड टूटकर लोगों पर गिरने से बच्चे-महिलाओं समेत 14 घायल हो गए। इन्हें अस्पताल लाया गया। इनमें ४ गंभीर घायलों को जोधपुर रैफर किया।
आश्रम एक्सप्रेस के आगे गिरा पेड़, बड़ा हादसा टला
पिण्डवाड़ा. सिरोही. क्षेत्र में शनिवार तड़के आए अंधड़ से आश्रम एक्सप्रेस (12916) के आगे एक पेड़ टूटकर गिर गया। तेज गति होने के कारण गाड़ी के आगे का कैटल गार्ड करीब एक किमी घिसटकर टूट गया। गनीमत रही कि इस दौरान इंजन पटरी से नहीं उतरा अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। बाद में दूसरा इंजन मंगवाकर गाड़ी को करीब डेढ़ घण्टे बाद रवाना किया गया। हादसा केशवगंज व पिण्डवाड़ा के बीच हुआ।
पिण्डवाड़ा. सिरोही. क्षेत्र में शनिवार तड़के आए अंधड़ से आश्रम एक्सप्रेस (12916) के आगे एक पेड़ टूटकर गिर गया। तेज गति होने के कारण गाड़ी के आगे का कैटल गार्ड करीब एक किमी घिसटकर टूट गया। गनीमत रही कि इस दौरान इंजन पटरी से नहीं उतरा अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। बाद में दूसरा इंजन मंगवाकर गाड़ी को करीब डेढ़ घण्टे बाद रवाना किया गया। हादसा केशवगंज व पिण्डवाड़ा के बीच हुआ।
तेज अंधड़ के साथ बारिश, बिजली व्यवस्था चरमराई
पाली. रात करीब 11:30 बजे शहर सहित मारवाड़ के इलाकों में तेज अंधड़ का दौर शुरू हुआ। धूल भरे आंधी के कारण चारों ओर अंधेरा छा गया। बिजली गुल हो गई। कई जगह पर पेड गिर गए। इसके बाद जैतारण क्षेत्र में ओलों के साथ बारिश शुरू हुई। पाली शहर में भी तेज अंधड़ व बारिश का दौर शुरू होने से बिजली गुल हो गई। रात करीब 1:00 बजे बारिश अंधड़ का दौर थमा।
पाली. रात करीब 11:30 बजे शहर सहित मारवाड़ के इलाकों में तेज अंधड़ का दौर शुरू हुआ। धूल भरे आंधी के कारण चारों ओर अंधेरा छा गया। बिजली गुल हो गई। कई जगह पर पेड गिर गए। इसके बाद जैतारण क्षेत्र में ओलों के साथ बारिश शुरू हुई। पाली शहर में भी तेज अंधड़ व बारिश का दौर शुरू होने से बिजली गुल हो गई। रात करीब 1:00 बजे बारिश अंधड़ का दौर थमा।