भाद्रपद कृष्ण नवमी, बृहस्पतिवार, विक्रम संवत् 2077।
सौर श्रावण मास प्रविष्टे 29, जिल्हेज 22, हिजरी 1441।
सूर्य दक्षिणायण, उत्तर गोल, वर्षा ऋतुः।
नवमी तिथि मध्याह्न 12 बजकर 59 मिनट तक उपरांत दशमी तिथि का आरंभ।
रोहिणी नक्षत्र अगले दिन तड़के 05 बजकर 22 मिनट तक उपरांत मृगशिरा नक्षत्र का आरंभ।
ध्रुव योग प्रातः 09 बजकर 56 मिनट तक उपरांत व्याघात योग का आरंभ।
गर करण मध्याह्न 12 बजकर 59 मिनट तक उपरांत विष्टि करण का आरंभ।
चंद्रमा दिनरात वृष राशि पर संचार करेगा।
अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11 बजकर 59 मिनट से 12 बजकर 52 मिनट तक।
विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 38 मिनट से 03 बजकर 31 मिनट तक रहेगा।
निशीथ काल मध्यरात्रि 12 बजकर 04 मिनट से 12 बजकर 48 मिनट तक।
गोधूलि मुहूर्त शाम 06 बजकर 49 मिनट से 07 बजकर 13 मिनट तक।
अमृत काल मध्य रात्रि 01 बजकर 55 मिनट से 03 बजकर 39 मिनट तक रहेगा।
यमगंड सुबह 06 बजे से 07 बजकर 30 मिनट तक रहेगा।
गुलिक काल सुबह 09 बजे से 10 बजकर 30 मिनट तक रहेगा।
राहुकाल दोपहर 01 बजकर 30 मिनट से 03 बजे तक।
शुभ— 05:44 – 07:20— ट्यूशन, कोचिंग, धार्मिक कार्य
रोग— 07:20 – 08:55— प्रतियोगिता, कोर्ट—कचहरी
उद्वेग— 08:55 – 10:31— सरकारी कार्य
चर— 10:31 – 12:07— कला—संस्कृति, यात्रा
लाभ— 12:07 – 13:43— ट्यूशन, कोचिंग,नया व्यवसाय
अमृत— 13:43 – 15:18— डेेयरी, सभी प्रकार के कार्य
काल— 15:18 – 16:54— खेती—किसानी, मशीन संबंधी गतिविधियाँ
शुभ— 16:54 – 18:30— ट्यूशन, कोचिंग, धार्मिक कार्य
अमृत— 18:30 – 19:54— डेयरी, सभी प्रकार के कार्य
चर— 19:54 – 21:19— कला—संस्कृति, यात्रा
रोग— 21:19 – 22:43— प्रतियोगिता, कोर्ट—कचहरी
काल— 22:43 – 24:07— खेती—किसानी, मशीन संबंधी गतिविधियाँ