पुलिस अधीक्षक राजकुमार गुप्ता ने बताया कि आरोपी इजराइल नदाफ ने नाबालिग बालिका से सोशल मीडिया पर संपर्क किया। आरोपी ने सोशल मीडिया पर फर्जी फोटो लगाकर बालिका को जाल में फंसा दोस्ती कर ब्लैकमेल करने लगा। बाद में नाबालिग का अपहरण कर ले गया। सोशल मीडिया की आइडी से तकनीकी सैल ने आरोपी की जानकारी जुटाकर उसे पकड़ा।
कतर से अपहरण करने आया था… पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी इजराइल नदाफ खाडी़ देश कतर से नाबालिग के अपहरण के लिए भारत आया था। वह 18 जून को नई दिल्ली पहुंचा। दिल्ली से ट्रेन में बांदीकुई जंक्शन पहुंचकर रात स्टेशन पर गुजारी। इस दौरान नाबालिग को ब्लैकमेल कर उसका माइंड वॉश किया। फिर 19 जून को नाबालिग को ट्रेन से नई दिल्ली ले गया। दिल्ली से नेपाल जाते समय पुलिस ने सीसीटीवी और तकनीकी आधार पर आरोपी को पकड़कर नाबालिग को मुक्त करवाया।
दिल्ली से खरीदी थी फर्जी आईडी से सिम… आरोपी इतना शातिर था कि ट्रेक नहीं हो सके, इसके लिए उसने कतर से आने के बाद नई दिल्ली से फर्जी सिम खरीदी। पुलिस ने नाबालिग के इंस्टाग्राम चैटिंग के आधार पर आरोपी इजराइल नदाफ ट्रेस किया। आरोपी से घटना में प्रयुक्त मोबाइल, कतर से जारी सिम व नई दिल्ली से खरीदी गई सिम बरामद की है। आरोपी का पासपोर्ट व नेपाल की नागरिकता का प्रमाण पत्र भी जब्त किया है।