scriptआटा, दाल व तेल मिलों सहित 1474 औद्योगिक इकाइयों को उत्पादन की अनुमति | 1474 industrial units including flour, pulses and oil mills allowed to | Patrika News

आटा, दाल व तेल मिलों सहित 1474 औद्योगिक इकाइयों को उत्पादन की अनुमति

locationजयपुरPublished: Apr 06, 2020 11:54:02 pm

जयपुर। अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया है कि राज्य में 1474 औद्योगिक इकाइयों ( industrial units ) में उत्पादन ( production ) कार्य आरंभ करने की अनुमति जारी की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि इनमें 647 आटा, बेसन, दाल ( pulses ), तेल और मसाला मिलों ( spice mills ) को तो पहले दिन से ही अनुमति देने से इनमें से अधिकांश में तभी से उत्पादन जारी है और प्रदेश में आटा ( flour ), बेसन ( gram flour ), सूजी, मैदा, मसालें, तेल ( oil ) आदि की उपलब्धता व प्रभावी सप्लाई चैन व्यवस्था काम कर रह

आटा, दाल व तेल मिलों सहित 1474 औद्योगिक इकाइयों को उत्पादन की अनुमति

आटा, दाल व तेल मिलों सहित 1474 औद्योगिक इकाइयों को उत्पादन की अनुमति

अग्रवाल ने बताया कि कोरोना वायरस के कारण लॉक डाउन से उद्योग जगत प्रभावित हुआ है पर राज्य सरकार द्वारा जिस तरह से लॉक डाउन के साथ ही आटा, दाल, तेल, मसाला आदि मिलों को चालू रखने का निर्णय और उसके बाद अनुज्ञेय श्रेणी के उद्यमों को अनुमति जारी करने की व्यवस्था को सरल बनाया है उससे अनुज्ञेय श्रेणी की औद्योगिक इकाइयों में उत्पादन शुरु होने लगा है। उन्होंने बताया कि प्रक्रिया को और अधिक सरल बनाने में जिला कलक्टरों ने भी प्रोएक्टिव भूमिका निभाई है और जयपुर, उदयपुर, अलवर, अजमेर और भरतपुर कलक्टर ने अपनी और से भी अनुमति जारी करने के लिए संबंधित महाप्रबंधक डीआईसी व रीको अधिकारियों को अधिकृत कर दिया है। ऐसे में इन क्षेत्रों में अब जिला कलक्टर की अभिशंषा के लिए भी प्रकरण भेजने की आवश्यकता नहीं होगी। उन्होंने बताया कि विभाग स्तर पर प्राप्त आवेदनों और उनके निस्तारण की समीक्षा की जा रही है और तय समय सीमा 6 घंटें मे निर्णय करने के निर्देशों की सख्ती से पालना करने को कहा है।
अग्रवाल ने बताया कि केन्द्र व राज्य सरकार की एडवाइजरी और सुरक्षा मापदण्डों की पालना सुनिश्चित कराना हमारी पहली प्राथमिकता है। यही कारण है कि न्यूनतम कार्मिकों और आवश्यक स्वास्थ्य सुरक्षा मानकों की पालना सुनिश्चित करने को पाबंद करते हुए ही अनुमति दी जा रही है। उन्होंने बताया कि रीको द्वारा डॉक्टरों के लिए पीपीई कीट तैयार करने वाली सीतापुरा की बाजिया एक्सपोर्ट, मेडिकल ग्लब्स तैयार करने वाली स्वेर हेल्थ केयर धौलपुर और पैकेजिंग मेटेरियल तैयार करने वाली एएमडी इण्डस्टर््ी निमराणा आदि को आवेदन करते ही सशर्त अनुमति प्रदान की है। उन्होंने बताया कि यह उदाहरण मात्र है।
उद्योग आयुक्त मुक्तानन्द अग्रवाल ने बताया कि राज्य में जिला उद्योग केन्द्रों व रीको द्वारा अनुज्ञेय श्रेणी के 827 औद्योगिक इकाइयों को अनुमति जारी कर दी है। उन्होंने बताया कि अकेले 5 अप्रेल रविवार को ही 257 इकाइयों को अनुमति जारी की गई है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा 4458 कार्मिकों/श्रमिकों को पास जारी किए जा चुके हैं। जिलों के भीतर आवागमन के लिए 474 वाहनों के पास जारी किए जा चुके हैं।
आयुक्त मुक्तानन्द अग्रवाल ने बताया कि अनुज्ञेय श्रेणी के उद्योगों को संचालन की अनुमति के साथ ही स्वास्थ्य मानकों की पालना सुनिश्चित कराना हमारी पहली प्राथमिकता है। दिशा-निर्देशों के अनुसार इकाई का न्यूनतम श्रमिकों से संचालन, श्रमिकों का औद्योगिक परिसर या अनुमति प्राप्त परिसर में आवास सुविधा के साथ ही उनके इकाई व आवास परिसर में मेडिकेटेड सेनेटाइजर, साबुन, मास्क के साथ ही अन्य जरुरी सुरक्षा उपकरण, आवासीय परिसर में उनके रहने, सोने व जीवन यापन के सभी इंतजाम करने होंगे।
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