आयोग के समक्ष प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि केन्द्र द्वारा एकत्रित किया जा रहा सैस और सरचार्ज को केन्द्रीय करों के पूल में ही शामिल किया जाना चाहिए। ताकि राज्यों को इसका लाभ मिले। यहां की रेल परियोजनाओं को केन्द्र सरकार द्वारा प्राथमिकता के साथ हाथ में लेना चाहिए और वित्तीय हिस्सेदारी में भी राज्य को छूट दी जानी चाहिए, जिसके लिए विशेष रूप से डूंगरपुर-रतलाम, अजमेर-सवाईमाधोपुर, धौलपुर-गंगापुरसिटी आदि का उल्लेख किया गया।
कांग्रेस की ओर से यह भी अनुरोध किया गया कि राजस्थान एक कृषि प्रधान प्रदेश ( Agricultural Region ) है और यहां कृषि संकट बढ़ रहा है। कांग्रेस सरकार ( Rajasthan Government ) ने सहकारी बैंकों के 2 लाख रुपये तक ऋण माफ कर दिए, लेकिन सरकारी बैंकों से ऋण माफी के पैकेज के लिए केन्द्र की भूमिका महत्वपूर्ण है और इसके लिए आयोग को अपने स्तर पर केन्द्र सरकार ( Central Government ) को अनुशंषा करनी चाहिए। आयोग के समक्ष पूर्वी राजस्थान कैनाल परियोजना और ब्राह्मणी नदी से बीसलपुर को जोडऩे सहित अन्य नदी परियोजनाओं के लिए राजस्थान को विशेष सहायता देने के लिए भी अनुरोध किया गया।