आपको बता दें कि जोधपुर में विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव नीलकमल दरबारी की अध्यक्षता में ग्राम के आयोजन के संबंध में महत्वपूर्ण बैठक भी ली गई है। कृषि मंत्री डॉ प्रभुलाल सैनी ने बताया कि ग्राम में जोधपुर संभाग के जोधपुर, जालौर, बाड़मेर, जैसलमेर, सिरोही, पाली जिलों की कृषि एवं वन उपजों को बढ़ावा देेने का प्रयास किया जाएगा। आपको बता दें कि पश्चिमी राजस्थान में खजूर, अनार, मसालों की अच्छी खासी खेती की जा रही है। ऐसे में प्रोसेसिंग यूनिट लगाकर इन्हें बढ़ावा देने, किसानों की आमदनी दोगुनी करने के साथ ही जैसलमेर में संगराभोजका स्थित खजूर के उत्कृष्टता केन्द्र को एग्रो टयूरिज्य में जोड़ने के साथ ही अन्य कई प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने बताया कोशिश की जा रही है कि जोधपुर में होने वाले ग्राम में जोधपुर संभाग के सभी राजस्व गांवों से किसानों को आमंत्रित किया जाएगा। आपको बता दें कि जोधपुर संभाग में 7821 राजस्व गांव हैं। ऐसे में इन सभी गांवों से किसानों को ग्राम में शामिल करने के लिए कोशिश की जा रही है। ग्राम में किसानों की आमदनी दोगुना करने के लिए भी पूरी कोशिश की जाएगी।
अब तक तीन संभागों में आयोजन
आपको बता दें कि अब तक जयपुर, कोटा और उदयपुर में राजस्थान ग्लोबल एग्रीटेक मीट का आयोजन हो चुका है। मुख्यमंत्री ने बजट में सभी संभाग मुख्यालयों पर ग्राम के आयोजन की घोषणा की है। जयपुर, कोटा और उदयपुर के बाद जोधपुर में ग्राम के आयोजन की तारीख तय हो गई हैं। अब भरतपुर, अजमेर और बीकानेर संभाग में ग्राम का आयोजन होना अभी बाकी है।
अब तक तीन संभागों में आयोजन
आपको बता दें कि अब तक जयपुर, कोटा और उदयपुर में राजस्थान ग्लोबल एग्रीटेक मीट का आयोजन हो चुका है। मुख्यमंत्री ने बजट में सभी संभाग मुख्यालयों पर ग्राम के आयोजन की घोषणा की है। जयपुर, कोटा और उदयपुर के बाद जोधपुर में ग्राम के आयोजन की तारीख तय हो गई हैं। अब भरतपुर, अजमेर और बीकानेर संभाग में ग्राम का आयोजन होना अभी बाकी है।