यह है पिछले सालों में लो-फ्लोर बस से हादसों की संख्या वर्ष——- दुर्घटनाओं की संख्या—-मृतकों की संख्या———घायलों की संख्या
2016———–26————————7———————-23
2017———–40————————9———————35
2018———–37———————–4———————-11
2019———–39———————–5———————32 मेंटिनेंस भी वजह
जयपुर में तीन डिपो से करीब 220 बसों का संचालन किया जा रहा है। बसों में मेंटिनेंस का काम निजी फर्म देख रही है। जेसीटीएसएल की ओर से भुगतान किए जाने के बाद भी बसों का मेंटिनेंस नहीं किया जा रहा है। ऐसे में बस बीच रास्ते में ही खराब हो रही है। इससे हादसे भी हो रहे हैं।
2016———–26————————7———————-23
2017———–40————————9———————35
2018———–37———————–4———————-11
2019———–39———————–5———————32 मेंटिनेंस भी वजह
जयपुर में तीन डिपो से करीब 220 बसों का संचालन किया जा रहा है। बसों में मेंटिनेंस का काम निजी फर्म देख रही है। जेसीटीएसएल की ओर से भुगतान किए जाने के बाद भी बसों का मेंटिनेंस नहीं किया जा रहा है। ऐसे में बस बीच रास्ते में ही खराब हो रही है। इससे हादसे भी हो रहे हैं।
बसों के अनुपाल में चालक होने चाहिए। लेकिन हादसे की रिपोर्ट जहां तक आई है, उसमें लो—फ्लोर चालक की गलती नहीं मिली है। दोपहिया चालक बिना हेलमेट तेज गति से वाहन चला रहे थे।
वीेरेन्द्र वर्मा, ओएसडी, जेसीटीएसएल
वीेरेन्द्र वर्मा, ओएसडी, जेसीटीएसएल