वहीं, निजी बसों के संचालन के संबंध में परिवहन आयुक्त महेंद्र सोनी ने दिशा-निर्देश जारी किए। निजी बसें भी 100 फीसदी की क्षमता के साथ राज्य के भीतर तय रूटों पर चल सकेंगी। बसों में संचालकों को मास्क का इंतजाम करना होगा। इस बीच मंगलवार को रोडवेज सीएमडी राजेश्वर सिंह ने विभागाध्यक्षों एवं मुख्य प्रबन्धकों की वचुर्अल बैठक लेकर 1600 बसें चलाने का लक्ष्य दिया।
सीएमडी ने बताया कि सभी बस स्टैण्डों पर थर्मल स्कैनिंग के बाद ही स्टैण्ड व बस में प्रवेश देने की सख्ती पूरी तरह लागू होगी। बसों व स्टैण्डों को सैनेटाइज किया जाएगा। यात्री रोडवेज बसों के लिए टिकट ऑनलाइन बुक करा सकेंगे। गौरतलब है कि दूसरी लहर में लगे लॉकडाउन से पूर्व रोडवेज को लगभग 3800 बसों के प्रतिदिन 12.50 लाख किलोमीटर संचालन से 4.50 करोड़ से ज्यादा का राजस्व मिल रहा था।