सूचना के मुताबिक जिला अलवर तथा भिवाडी से निरन्तर मिलावटी व नकली पदार्थों के कारोबार करने वालो के विरूद्ध पुख्ता सूचना प्राप्त हाने पर एक विशेष टीम का गठन किया गया। विशेष टीम में रेंज कार्यालय व जिला जयपुर ग्रामीण में पदस्थापित अधिकारी एवं कार्मिकों के अलावा खाद्य एवं सुरक्षा विभाग जयपुर के केन्द्रीय दल के जाचं अधिकारियों को सम्मिलित किया गया। टीम द्वारा पुलिस थाना किशनगढ़बास की ओर से जिला भिवाडी में भरू पहाड़ी तथा ओदरा में अवैध कारखानों पर कार्यवाही की गई।
इस दौरान टीम ने नकली मिल्क केक बनान के अवैध कारखानो पर दबिश देकर 1600 किलो नकली मिल्क केक जप्त कर नष्ट किया गया। कारखाना संचाकल दो मिलावट खोरों को पकड़ा गया। ऐसे बनाते थे नकली मिल्क केक
कारखानों में स्किम्ड मिल्क पाउडर, पाम ऑयल, लिक्वीड, ग्लूकोज, सूजी तथा हाईड्रा का प्रयोग कर नकली मावा बनाया जा रहा था। गर्म पानी के अंदर स्किम्ड मिल्क पाउडर मिलाया जाकर सिंथेटिक दूध तैयार किया जाता है। जिसे भट्टी पर गर्म कर उसमें सूजी मिलाकर गाडा किया जाता है। इस घोले के अंदर फैट या चिकनाहट उत्पन्न करने के लिए पाम आईल मिलाया जाता है। जिसे मीठा करने के लिए गर्म घोले के अंदर लिक्विड ग्लूकोज मिलाया जाता है तथा नीबू का सत (टार्टरिक) देकर घाले को दानेदार बनाया जाता है। उक्त गर्म घोल को डिब्बों में भरकर पैकिंग की जाती है। इस प्रकार तैयार मिल्क केक में कुछ ही समय में फफंदी उत्पन्न हो जाती है, जिसे संक्रमण फैलता है। इस प्रकार के मिल्क केक में शुद्ध दूध का बिल्कुल प्रयोग नहीं किया जाता और घटिया श्रेणी के पदार्थों का अपमिश्रण से मिल्क केक तैयार किया जाता है, जो कि खाने योग्य नहीं होता है।
ऐसे की कार्यवाही टीम ने भूर पहाडी मोठूका राडे किशनगढ़बास स्थित कारखाने पर दबिश देकर 310 किलो तैयार नकली मिल्क केक तथा नकली मिल्क केक बनाने का सामान जब्त किया और कारखाना संचालक आसू खां मेव ( 18 ) साल को गिरफ्तार किया। इसके बाद वहा से रवाना होकर ओदरा स्थित कारखाने पर दबिश दी जहां से 1260 किलो तैयार नकली मिल्क केक तथा नकली मिल्क केक बनाने का सामान जप्त किया। साथ ही कारखाना संचालक आसू खां मेव ( 50 ) को गिरफ्तार किया। कारखानों से कच्चा माल भी बरामद किया गया। खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार कच्चे माल से 50 हजार किलो से ज्यादा नकली मावा बनाया जा सकता है।