प्रदेश में विलंबित चल रही आरएएस से आइएएस पदोन्नति प्रक्रिया में इस बार भी चयनित अधिकारियों को योग्यता अर्जित करने के 7 से 11 वर्ष बाद पदोन्नति मिल सकेगी। इन सभी बैच के अधिकारी 18 वर्ष की सेवा के बाद ही पदोन्नति मिल जानी चाहिए थी।
छोटा आईएएस काडर, बड़ी बाधा प्रदेश में आरएएस के अनुपात में आइएएस का छोटा काडर प्रमोशन में विलंब का कारण बनता है। राज्य में आइएएस का 313, जबकि आरएएस का 1050 का काडर है। ऐसे में आरएएस में हर वर्ष योग्यता हासिल करने के बावजूद इस अनुपात में आइएएस में प्रमोशन कोटा के रिक्त पद मिल ही नहीं पाते। ऐसे में आरएएस अधिकारियों को वर्षों इंतजार करना होता है।
इनमें से होगा आइएएस में चयन
आरएएस की वरिष्ठता सूची के अनुसार 1992 बैच के नरेंद्र गुप्ता, प्रेमसुख बिश्नोई, 1994 बैच के अनिल कुमार अग्रवाल, टीकमचंद बोहरा, हरजीलाल अटल, डॉ. रश्मि शर्मा, लक्ष्मीनारायण मंत्री, इकबाल खान, कल्पना अग्रवाल, मनीषा अरोड़ा व सुनील शर्मा, पुष्पा सत्यानी, पुखराज सेन व श्रुति भारद्वाज व 1996 बैच के महावीर प्रसाद मीणा, रामावतार मीणा प्रथम, रामदयाल मीणा द्वितीय, खजान सिंह, एम.एल. चौहान में से 17 अफसरों का चयन आइएएस के लिए किया जाएगा।