भटक रहे परिवादी, अटका काम
छिंदवाड़ाPublished: Feb 20, 2016 11:47:00 pm
न्यायिक कर्मचारियों की हड़ताल के शनिवार को लगातार छठें दिन भी जारी रही।पूरा सप्ताह हड़ताल रहने से न्यायालय का काम प्रभावित हो रहा है। जिले में 19 न्यायालयों में प्रतिदिन करीब 18 सौ मुकदमों पर सुनवाई नहीं हो पाई। इसके चलते मुव्वकिल अदालतों की चौखट पर आकर वापस लौटे। अधिक परेशानी जिला मुख्यालय तक सौ […]
न्यायिक कर्मचारियों की हड़ताल के शनिवार को लगातार छठें दिन भी जारी रही।पूरा सप्ताह हड़ताल रहने से न्यायालय का काम प्रभावित हो रहा है।
जिले में 19 न्यायालयों में प्रतिदिन करीब 18 सौ मुकदमों पर सुनवाई नहीं हो पाई। इसके चलते मुव्वकिल अदालतों की चौखट पर आकर वापस लौटे।
अधिक परेशानी जिला मुख्यालय तक सौ किलोमीटर से भी अधिक की दूरी तय कर पहुंचने वाले मुव्वकिलों को हो रही है। इसके अलावा प्रतिदिन न्यायालय में होने वाले जमानतों का काम भी अटका है।
बढ़ रही जेलों में संख्या
जेल पुलिस उप अधीक्षक परमजीत सिंह ने बताया कि जिले में झालावाड़ की ब श्रेणी की केन्द्रीय जेल समेत अकलेरा व भवानीमंडी में दो उपकारागार हैं। इसमें से झालावाड़ की ब श्रेणी के कारागार में बंदियों के रखने की क्षमता 500 की है।
इसके विरुद्ध शनिवार को जेल में 525 बंदी थे। इसी प्रकार भवानीमंडी के उपकारागार में शनिवार को 33 बंदियों की क्षमता के विरुद्ध 66 बंदी थे। इसके अलावा अकलेरा उपकारागार में 60 बंदियों की क्षमता के विरुद्ध 56 बंदी थे। जेल सूत्रों ने बताया कि न्यायिक कर्मचारी हड़ताल के चलते करीब 200 बंदी जेलों में बढ़े हैं।
रोज प्रभावित हो रहे 50 मुकदमे
न्याय विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि जिले के सभी अदालतों में प्रतिदिन करीब 50 मुकदमों पर निर्णय होता है, लेकिन हड़ताल के चलते मामलों में निर्णय नहीं हो पा रहे। इससे अदालतों में मुकदमों की संख्या बढ़ रही है।
न्यायिक अभिरक्षा में भुगत रहे परेशानी
हड़ताल के चलते प्रतिदिन करीब सौ आरोपितों की जमानतों व करीब दो दर्जन वाहनों की जमानत का काम अटक रहा है। इससे न्यायिक अभिरक्षा में पहुंचने वाले लोग वहीं अटके हुए हैं।
राजस्व अदालतें चल रही
हालांकि प्रशासनिक अधिकारियों के माध्यम से संचालित की जाने वाली राजस्व अदालतों का संचालन हो रहा है। इससे शांतिभंग के मामलों व जमीनी विवादों का निस्तारण किया जा रहा है।
आंदोलन जारी
राजस्थान न्यायिक कर्मचारी संघ के बैनर तले शनिवार को छठें दिन भी न्यायिक कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत रहे। जिला संघर्ष समिति के संयोजक हरिराज किशोर शर्मा व जिलाध्यक्ष जितेन्द्र कुमार गुप्ता ने बताया कि शेट्टी आयोग की सिफारिशों को लागू करवाने की मांग को लेकर शनिवार को भी आंदोलन जारी रहा।
कर्मचारियों ने सुन्दरकांड कर अपना विरोध जताया। धरना स्थल पर काव्य गोष्ठी हुई। गोष्ठी में युगलकिशोर त्रिपाठी, मुराद खान, फिजा खान, राजू जोशी, राकेश नैय्यर ने काव्य पाठ किया। गोष्ठी में प्रवीण पोसपासल, लोकेन्द्र सिंह सिसौदिया व कृष्ण मोहन शर्मा ने रचनाएं प्रस्तुत की। दिनेश सोनी, गिर्राज लाहोटी, भगवान शर्मा, महेन्द्र कश्यप, राजीव गौतम, भूलीबाई ने सम्बोधित किया।