जयपुरPublished: Sep 16, 2023 01:56:17 pm
Nupur Sharma
Panic Attack: पैनिक अटैक अब युवाओं में आम समस्या होने लगी है। यह एक तरह का एंग्जायटी डिसऑर्डर है। इसके लक्षण कई बार हार्ट अटैक की तरह होते हैं, जिनमें सांस लेने में तकलीफ, घबराहट, अचानक पसीना आना, धड़कन अनियमित तरीके से तेज होना शामिल है।
पत्रिका न्यूज नेटवर्क/जयपुर। Panic Attack: पैनिक अटैक अब युवाओं में आम समस्या होने लगी है। यह एक तरह का एंग्जायटी डिसऑर्डर है। इसके लक्षण कई बार हार्ट अटैक की तरह होते हैं, जिनमें सांस लेने में तकलीफ, घबराहट, अचानक पसीना आना, धड़कन अनियमित तरीके से तेज होना शामिल है। यदि किसी को ये समस्याएं लगातार रहने लगे तो यह गंभीर हो सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के नए आंकड़ों के अनुसार 18 से 24 वर्ष आयुवर्ग के 16.8 प्रतिशत लोग डिप्रेशन के शिकार हैं। जिस कारण उन्हें पैनिक अटैक आने की आशंका बढ़ रही है। पैनिक अटैक न्यूरोसिस ग्रुप की बीमारियों का संकेत देता है। मन में जब तनाव और अनावश्यक विचार अधिक आते हैं तो उसे पैनिक अटैक आता है।