राजधानी में अभी तक दुर्गापुरा, अजमेर रोड एलीवेटेड रोड पर वाहनों की आवाजाही हो रही है। वहीं हवा सड़क एलीवेटेड रोड का निर्माण कार्य चल रहा है। अब सरकार चौथे एलीवेटेड रोड को बनाने की तैयारी में है। इस रोड के बनने से दिल्ली और आगरा की ओर से आने वाले हजारों वाहनों का रास्ता सुगम होगा। हजारों वाहन एलीवेटेड रोड से सीधे आ जा सकेंगे।
बैठक में नगरीय विकास विभाग के प्रमुख शासन सचिव भास्कर सावंत, जेडीसी टी. रविकांत, स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक उज्जवल राठौड़, जयपुर कलक्टर जगरूप सिंह यादव, एसपी टै्रफिक राहुल प्रकाश सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
क्यों पड़ी जरूरत नारायण सिंह सर्किल: आगरा और दिल्ली रोड पर जाने वाली बसों का एकमात्र बस स्टैंड हैं। यहां से रोज दो हजार बसों की आवाजाही होती है। इस वजह से हर दो मिनट में जाम की स्थिति बनी रहती है। ट्रैफिक कंट्रोल बोर्ड की बैठक में कई बार इस मुद्दे को उठाया गया है, लेकिन रोडवेज और जेडीए के बीच जमीन के विवाद के चलते समस्या जस की तस बनी हुई है।
गोविंद मार्ग: राजधानी के व्यस्त मार्गों में से एक है। इस रास्ते पर ट्रैफिक का दबाव अत्यधिक रहता है। दिल्ली-आगरा रोड के वाहन इसी मार्ग से गुजरते हैं। इसके अलावा राजापार्क, जवाहर नगर, सिंधी कॉलोनी, जनता कॉलोनी, तिलक नगर सहित दर्जन भर से अधिक कॉलोनियों की सड़कें गोविंद मार्ग पर आकर मिलती हैं। इस वजह से यहां जाम लगा रहता है।
उठ चुके हैं विरोध के स्वर 2011 में जेडीए ने ट्रांसपोर्ट नगर से नारायण सिंह सर्किल तक एलीवेटेड रोड बनाने का खाका तैयार किया था। जैसे ही गोविंद मार्ग के लोगों और व्यापारियों को इस फैसले की जानकारी हुई तो विरोध शुरू कर दिया। व्यापारियों का कहना था कि फैसला कुछ लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए जेडीए कर रहा है। विरोध को देखते हुए जेडीए ने इस प्रोजेक्ट पर दिमागी कसरत करना बंद कर दिया और प्रोजेक्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया।
फैक्ट्स -02 एलीवेटेड रोड पर शहर में हो रही है वाहनों की आवाजाही
-01 एलीवेटेड रोड का हो रहा है निर्माण, मार्च तक पूरा होने की संभावना -2.8 किमी लम्बाई है अम्बेडकर सर्किल से सोडाला के बीच
-4.5 किमी लम्बाई है अजमेर रोड एलीवेटेड की
शहर की अभी यह भी जरूरत -शहर के परकोटा क्षेत्र में वाहनों का दबाव कम करने और सिंधी कैम्प के आस-पास निजी बसों को हटाने के लिए ठोस कार्ययोजना बनाई जाए। -परकोटा स्थित आतिश मार्केट के व्यापारियों को चार दीवारी के बाहर जमीन इस शर्त पर दी गई थी कि वे नए आतिश मार्केट के निर्माण होने पर वहां चले जाएंगे। अब तक क्यों नहीं गए?
भूमिगत पार्किंग का होगा विस्तार बैठक में धारीवाल ने कहा कि शहर में नए पार्किंग स्थलों के निर्माण के लिए शीघ्र ही स्थानों का चयन किया जाएगा। रामनिवास बाग की भूमिगत पार्किंग के विस्तार की बात उन्होंने कही। उन्होंने कहा कि जो जगह यहां पर उपयोग में नहीं ली जा रही है, उसमें पार्किंग का निर्माण किया जाए। स्मार्ट सिटी भूमिगत पार्किंग विस्तार के लिए पैसा खर्च करेगा और जेडीए निगरानी करेगा।
अगले सप्ताह से ट्रायल जयपुर मेट्रो फेज 1-बी का ट्रायल चांदपोल से बड़ी चौपड़ के ट्रैक पर आगामी एक सप्ताह में शुरू हो जाएगा। फेज 1-बी के अप और डाउन लिंक दोनों ट्रैक तैयार हो चुके है। इंटर्नल सेफ्टी फीचर को लेकर 45 दिन तक ट्रायल चलेगा। शीघ्र ही रेलवे सेफ्टी कमिश्नर इसका निरीक्षण करेंगे। रेलवे सेफ्टी सर्टिफिकेट मिलने के बाद फेज 1-बी पर कार्मिशियल संचालन शुरू होगा।