हनुमान हरमाड़ा के राधाकिशनपुरा क्षेत्र स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र में काम करता था। उसका सड़ा गला शव केन्द्र में मिला था। उधर, हनुमान के पिता ने आरोप लगाया कि उनके बेटे की मौत को पुलिस आत्महत्या बता रही है। जबकि उन्होंने बेटे की हत्या किए जाने की आशंका जताई। पिता ने कहा कि पुलिस निष्पक्ष अनुसंधान करे तो उनके बेटे की मौत के जिम्मेदारों का पता चल सके। पुलिस ने रेखा की मृत्यु के मामले में उसकी सास को गिरफ्तार किया था, जो अभी जमानत पर है।
वहीं दूसरी ओर नवंबर माह के तीसरे रविवार को यूनाइटेड नेशन्स विश्व यादगार दिवस पर एसएस जैन सुबोध गल्र्स पीजी कॉलेज में सडक़ दुर्घटना में खोए प्रियजनों की याद में कार्यक्रम हआ। सहायता संस्थान की ओर से आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन सेंटर फॉर रोड सेफ्टी, सरदार पटेल यूनिवर्सिटी ऑफ पुलिस के ओएसडी डॉ. आर के अरोरा ने किया। उन्होंने कहा कि सडक़ दुर्घटनाओं में कमी लाने के हर संभव प्रयास किए जाएंगे। सहायता संस्थान की चेयरपर्सन डॉ. माया टंडन ने कहा कि दुर्घटना में घायल को तुरंत प्राथमिक उपचार दिया जाना चाहिए। उपचार संबंधी ज्ञान के अभाव में घायल की मौत हो जाती है। ऐसे में संस्था द्वारा लोगों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।