scriptपहले मां, फिर 40 दिन बाद ही मासूम के सिर से उठा बाप का साया, दो साल का हेमांक हुआ बेसहारा | 2 Year Old Boy's Father death in 40 Days after Wife Death | Patrika News

पहले मां, फिर 40 दिन बाद ही मासूम के सिर से उठा बाप का साया, दो साल का हेमांक हुआ बेसहारा

locationजयपुरPublished: Nov 18, 2019 01:39:26 pm

Submitted by:

dinesh

मुरलीपुरा के संजय नगर निवासी दो वर्षीय हेमांक के सिर से 1 जुलाई को मां रेखा का साया उठ गया। तब पिता की आंखों में मां को तलाश रहे हेमांक को क्या पता था कि उसकी मां की मृत्यु के 40 दिन बाद पिता हनुमान टेलर का साया भी उसके सिर से उठ जाएगा। हालांकि हेमांक के माता-पिता की मौत के बाद दोनों ही परिवार कानूनी कार्रवाई में जुटे हैं…

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जयपुर। मुरलीपुरा के संजय नगर निवासी दो वर्षीय हेमांक के सिर से 1 जुलाई को मां रेखा का साया उठ गया। तब पिता की आंखों में मां को तलाश रहे हेमांक को क्या पता था कि उसकी मां की मृत्यु के 40 दिन बाद पिता हनुमान टेलर का साया भी उसके सिर से उठ जाएगा। हालांकि हेमांक के माता-पिता की मौत के बाद दोनों ही परिवार कानूनी कार्रवाई में जुटे हैं। ससुराल में सीढिय़ों की रेलिंग पर फंदे से झूलती मिली रेखा की मृत्यु के बाद पीहर पक्ष ने सुसाइड नोट का हवाला दे ससुराल वालों के खिलाफ दहेज हत्या का मामला दर्ज करवाया। वहीं हनुमान की मौत के बाद उसके परिजनों ने हेमांक के ननिहाल पक्ष पर बेटे को प्रताडि़त करने और दहेज हत्या में दर्ज मामले में राजीनामा करने के बदले मोटी रकम मांगने का मामला दर्ज करवाया। यह भी दर्ज कराया कि ससुराल पक्ष की मानसिक प्रताडऩा के चलते हनुमान ने आत्महत्या कर ली।
सड़ा-गला शव मिला था
हनुमान हरमाड़ा के राधाकिशनपुरा क्षेत्र स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र में काम करता था। उसका सड़ा गला शव केन्द्र में मिला था। उधर, हनुमान के पिता ने आरोप लगाया कि उनके बेटे की मौत को पुलिस आत्महत्या बता रही है। जबकि उन्होंने बेटे की हत्या किए जाने की आशंका जताई। पिता ने कहा कि पुलिस निष्पक्ष अनुसंधान करे तो उनके बेटे की मौत के जिम्मेदारों का पता चल सके। पुलिस ने रेखा की मृत्यु के मामले में उसकी सास को गिरफ्तार किया था, जो अभी जमानत पर है।
यहां हादसों में खोए प्रियजन आए याद
वहीं दूसरी ओर नवंबर माह के तीसरे रविवार को यूनाइटेड नेशन्स विश्व यादगार दिवस पर एसएस जैन सुबोध गल्र्स पीजी कॉलेज में सडक़ दुर्घटना में खोए प्रियजनों की याद में कार्यक्रम हआ। सहायता संस्थान की ओर से आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन सेंटर फॉर रोड सेफ्टी, सरदार पटेल यूनिवर्सिटी ऑफ पुलिस के ओएसडी डॉ. आर के अरोरा ने किया। उन्होंने कहा कि सडक़ दुर्घटनाओं में कमी लाने के हर संभव प्रयास किए जाएंगे। सहायता संस्थान की चेयरपर्सन डॉ. माया टंडन ने कहा कि दुर्घटना में घायल को तुरंत प्राथमिक उपचार दिया जाना चाहिए। उपचार संबंधी ज्ञान के अभाव में घायल की मौत हो जाती है। ऐसे में संस्था द्वारा लोगों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
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