लगभग 2 हजार ने मांगी छुट्टी
पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र में लगभग 10 हजार पुलिसकर्मी है। जिनमें से 60 फ़ीसदी से अधिक ने नियमित ड्यूटी की और शेष रिजर्व में भी रहे। उत्तर जिले में पुलिसकर्मियों की स्थिति बेहद व्यस्त रही। पुलिस आयुक्तालय के अनुसार लॉकडाउन की बंदिशें कम होने के बाद लगभग 2000 पुलिसकर्मी छुट्टी की अर्जी लगा चुके हैं। काम प्रभावित ना हो इसके लिए रोटेशन के रूप अनुरूप छुट्टी दी जा रही है।
पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र में लगभग 10 हजार पुलिसकर्मी है। जिनमें से 60 फ़ीसदी से अधिक ने नियमित ड्यूटी की और शेष रिजर्व में भी रहे। उत्तर जिले में पुलिसकर्मियों की स्थिति बेहद व्यस्त रही। पुलिस आयुक्तालय के अनुसार लॉकडाउन की बंदिशें कम होने के बाद लगभग 2000 पुलिसकर्मी छुट्टी की अर्जी लगा चुके हैं। काम प्रभावित ना हो इसके लिए रोटेशन के रूप अनुरूप छुट्टी दी जा रही है।
छुट्टी जरूरी
पुलिस महकमे में काम प्रभावित ना हो इस कारण छुट्टी मिलना मुश्किल होता था, लेकिन कोरोना काल में बहुत कुछ बदला है। अब पुलिस अधिकारी भी समझने लगे हैं कि तनाव दूर करने और अपनों के लिए स्टाफ को छुट्टी दी जानी चाहिए। लॉकडाउन के दौरान किसी को बेहद आपातकालीन स्थिति में ही छुट्टी दी गई थी।
ढाई महीने बेहद व्यस्त रहे हैं। पुलिसकर्मियों को भी छुट्टी की आवश्यकता है और अब दी जा रही है। लगभग 2 हजार पुलिसकर्मियों की छुट्टी के संबंध में अर्जी सामने आई है और उन्हें रोटेशन के अनुरूप छुट्टी दी जा रही है। 15 फ़ीसदी से अधिक को एक साथ छुट्टी नहीं दे सकते अन्यथा काम प्रभावित होगा।
— अजय पाल लांबा, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त, द्वितीय
— अजय पाल लांबा, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त, द्वितीय