script4.5 किमी दूरी में 22 मोड़, 3 साल में 10 की मौत | 22 turn during 4.5 km distence, in 3 years time period 10 people died | Patrika News

4.5 किमी दूरी में 22 मोड़, 3 साल में 10 की मौत

locationजयपुरPublished: Feb 07, 2019 09:49:46 am

Submitted by:

Mridula Sharma

नाहरगढ़ पर जानलेवा अंधे मोड़: खाई में उतरो तो आज भी नजर आते हैं वहां गिरीं कई कारों के टूटे हिस्से

nahargarh

4.5 किमी दूरी में 22 मोड़, 3 साल में 10 की मौत

जयपुर. नाहरगढ़ और जयगढ़ अपने घाटी वाले मार्ग के कारण लोगों में रोमांच जगाते हैं लेकिन यह मार्ग जानलेवा साबित हो रहा है। प्रशासन की खामियां वहां जाने वाले लोगों की जान पर भारी पड़ रही हैं। साढ़े चार किलोमीटर दूरी के इस मार्ग पर 22 छोटे-बड़े मोड़ हैं। इनमें से 4 पर आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं। कई बार एक ही दिन में कई गडिय़ां खाई में गिर जाती हैं। इस मार्ग पर गत 3 वर्ष में 75 सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। इनमें 10 लोगों की जान चली गई, 35 लोग गम्भीर घायल हो गए। इसके बावजूद प्रशासन मौन है जबकि यहां रोजाना बड़ी संख्या में पर्यटक व शहरवासी पहुंचते हैं।
80 फीसदी दुर्घटनाएं रात में
दुर्घटना थाना पुलिस और लोगों के मुताबिक यहां 80 फीसदी दुर्घटनाएं रात्रि के समय होती हैं। रात्रि में शहर का नजारा देखने पहाड़ी पर जाने वाले लोगों सहित समाज कंटकों का भी जमावड़ा लगा रहता है। सड़क के दोनों तरफ शराब की खाली पड़ी बोतलें गवाही देती हैं कि यहां पहुंचने वाले कई लोग नशा भी करते हैं।
दुर्घटना के अनसुलझे कारण
1. कारण : कई जगह दीवार नहीं है या गुणवत्ता ठीक नहीं है। वाहन जरा सा छूने पर ही दीवार टूट जाती है।
सुझाव : घाटी मार्ग पर मजबूत दीवार बननी चाहिए। बेहतर हो कि लोहे की मजबूत रैलिंग लगाई जाए।
2. कारण : स्पीड ब्रेकर आधी सड़क पर हैं, आधी पर नहीं। चालक स्पीड ब्रेकर से बचने के लिए रॉन्ग साइड से निकलते हैं। दो मोड़ों पर कई गाडिय़ां इसी कारण खाई में गिरीं।
सुझाव : सड़क केवल 12 फीट चौड़ी है, इस पर स्पीड ब्रेकर एक से दूसरे छोर तक होने चाहिए ताकि वाहन चालक रॉन्ग साइड न जाएं।
3. कारण : रात्रि में गाडिय़ों की हाई बीम लाइट भी हादसों का सबब बनती है। मोड़ पर न बड़े रिफ्लेक्टर लगे हैं, न सुरक्षा के कोई अन्य साधन हैं।
सुझाव : अधिक दुर्घटना वाले स्थानों पर बड़े रिफ्लेक्टर लगने चाहिए। हाई बीम लाइट वाले वाहनों पर सख्ती से कार्रवाई हो।
4. कारण : कई बार चालक नशे में होता है। यह भी हादसे का बड़ा कारण बनता है।
सुझाव : पुलिस सख्ती बरते, इस पर लगाम लगाए।

इनका कहना है
सोमवार को दिन में सबसे ऊपर वाले अंधे मोड़ पर गाड़ी खाई में गिरी, फिर रात्रि में कार गहरी खाई में जा गिरी। यहां सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हैं। मोहम्मद इस्लाम व शोएब, ऑटो चालक
यहां आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं। चार जगह तो सीधे चलते-चलते अचानक मोड़ आ जाता है। सड़क की चौड़ाई भी कम है। ऐसे में अचानक सामने गाड़ी आने पर वाहन खाई में उतर जाते हैं। देवकरण गुर्जर, गाइड
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