तीन दिन बाद ली बैठक, कहा-सख्ती करो
सरकार की ओर से गाइडलाइन जारी होने के 3 दिन बाद बुधवार को जिला कलक्टर अंतर सिंह नेहरा ने इंसिडेंट कमांडर्स की बैठक ली। उन्हें सख्ती बरतने और कंटेनमेंट जोन के आदेश निकालने के निर्देश दिए। कलक्टर ने कहा कि पॉजिटिव मिलने पर मरीज व संबंधित घर के लोगों को बाहर नहीं निकलने के लिए पाबंद किया जाए। कॉलोनी या कॉलोनी के सीमित क्षेत्र में सर्वाधिक केस आ रहे हैं तो इंसिडेंट कमांडर मौके पर जाकर क्षेत्र में कंटेनमेंट जोन लागू करें।
इंसिडेंट कमांडर की टीम गठित
कलक्टर ने इंसिडेंट कमांडर के साथ पटवरी, नायब तहसीलदार, तहसीलदार की अलग टीम भी बनाई है। यह इंसिडेंट कमांडर के निर्देशन में काम करेगी। मेडिकल टीम की रिपोर्ट के बाद इंसिडेंट कमांडर मौके पर जाकर कंटेनमेंट जोन तय करेंगे। पुलिस वहां पालना कराएगी।
पत्रिका ने उठाया मुद्दा, आज से निकलेंगे आदेश
कंटेनमेंट जोन कौन तय करे, इसे लेकर एक दिन पहले तक जिला प्रशासन और पुलिस के बीच खींचतान चल रही थी। राजस्थान पत्रिका ने इस आपसी लड़ाई की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी। हालांकि देर शाम बैठक के बाद चौथे दिन भी कंटेनमेंट जोन के आदेश नहीं निकाले गए। कार्यवाहक एसडीएम लक्ष्मीकांत कटारा ने बताया कि गुरुवार से कंटेनमेंट जोन के आदेश निकाले जाएंगे।
माना: दिवाली व चुनाव बाद बढ़ा संक्रमण
बैठक में जिला कलक्टर ने माना कि दिवाली और चुनाव के दौरान आवाजाही बढ़ने के बाद कोरोना संक्रमण बढ़ा है। इसके मद्देनजर कलक्टर ने बैठक में कहा कि कंटेनमेंट जोन में केवल आवश्यक सेवाओं को छूट दी जाए। अन्य गतिविधियां सख्ती से प्रतिबंधित रखी जाएं।
आज तय होगा प्लान
जिला प्रशासन गुरुवार को पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक करेगा। इसमें पुलिस की तैयारियों पर भी चर्चा होगी। जिला कलक्टर ने बताया कि इस बैठक के साथ ही कंटेनमेंट जोन संबंधी प्लान तैयार किया जाएगा।
चस्पा किए नोटिस
इधर, संक्रमितों के घरों पर नोटिस चस्पा करने के काम में भी तेजी लाई जा रही है। चित्रकूट और विद्युतनगर-वैशालीनगर में मरीजों के आवास-फ्लैट्स पर नोटिस चस्पा कर परिजनों को पाबंद किया गया।