प्रतिनिधिमण्डल ने संसदीय कार्यप्रणाली एवं विधानसभा कार्यवाही को लेकर विधानसभा अध्यक्ष मेघवाल से जानकारी ली। इस दौरान विधानसभा उपाध्यक्ष राव राजेन्द्र सिंह ने उन्हें बताया कि भारत में राजस्थान भौगोलिक दृष्टि से सबसे बड़ा प्रदेश है। और प्रदेश के विधानसभा में 200 विधायक के साथ ही राज्य विधानसभा में 22 समितियां कार्यरत हैं। उन्होंने राज्यपाल और मुख्यमंत्री के संबंध, कानून एवं बजट बनाने में जन सामान्य के योगदान आदि के बारे में जानकारी दी। बाद में सभी ने प्रतिनिधिमण्डल ने विधानसभा सदन एवं भवन का भी अवलोकन किया एवं इसके वास्तुशिल्प एवं स्थापत्य को भी देखा।
प्रतिनिधिमणडल के सवालों का जवाब देते हुए विधानसभा उपाध्यक्ष ने सदन के बजट सत्र और मानसून सत्र के बारे में विस्तार से बताया और साथ ही उन्हें अवगत कराया कि राजस्थान की अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित है। इस दौरान सभी प्रतिनिधिमण्डल अपनी जिज्ञासा से जुड़े कई सवाल भी किए।
प्रतिनिधि मण्डल में अर्जेटीना, ब्राजील, कंबोडिया, घाना, कीनिया, किर्गीस्तान, लेबनान, मालदीव, मोरिशस, मंगोलिया, नेपाल, दक्षिणी सूडान, श्रीलंका, थाईलैंड सहित कई देशों के लोग शामिल थे। तो वहीं इस मौके पर विधानसभा सचिव पृथ्वीराज एवं लोकसभा से पुलीन भूतिया, सीमा काल सिंह तथा राजवीर सिंह सहित विधानसभा और लोकसभा के पदाधिकारी मौजूद थे।
आपको बता दें कि विदेशों में विधानसभा परिसर भारत से बिलकुल अलग होते हैं। और जो विदेशी पदाधिकारी यहां पहुंचते हैं, वो यहां अपने यहां से एक अलग ही बनावट देखते हैं। जिसे वो अक्सर उनके लिए खोज का विषय रहता है। इससे पहले भी कई विदेशी प्रतिनिधिमण्डल प्रदेश का दौरा कर चुके हैं और सभी ने यहां के संसदीय कार्यप्रणाली और विधानसभा की कार्यवाही को लेकर खासे जिज्ञासु भी दिखें।