ऐसे पकड़े गए हत्यारे घटना का पता चलने के बाद भी दोनों आरोपी इलाके में ही घूमते रहे। पुलिस के सामने भी आए, लेकिन किसी को संदेह नहीं हुआ। हरमाड़ा थाने का कांस्टेबल घनश्याम शर्मा ने तकनीकी अनुसंधान किया तो पता चला कि मृतक के मामा के बेटे हर्ष के पास आसिफ नाम के व्यक्ति का कई बार फोन आया था। हर्ष से पूछताछ की तो पता चला कि संजय ने उस नंबर से फोन किया था और पूछा था कि सोनू घर गया या नहीं। यहां संदेह पुख्ता हुआ तो पुलिस ने दोनों से पूछताछ की तो खुलासा हो गया।
दोस्ती के लिए किया था मना आसिफ व संजय दोनों मजदूरी का कार्य करते थे और एक ही कमरे में रहते थे। नजदीक ही सोनू का अपने मामा के घर पर आना जाना था। उसे पता चला कि संजय मामा की बेटी से दोस्ती रखता है। उसने संजय को दूर रहने की हिदायत दी। इससे वह नाराज रहने लगा।
सिर पर पत्थर मारा और फिर काटा गला पुलिस ने बताया कि 21 सिंतबर को सोनू अपने मामा के घर गया हुआ था। इस दौरान आसिफ भी अपने एक दोस्त के साथ वहां आ गया। इस पर सोनू का उससे विवाद हो गया और चले जाने के लिए कहा। यह बात उसने संजय को जाकर बताई और हत्या की योजना बना ली। सोनू के मामा के लड़के के मोबाइल पर कई बार फोनकर उन्होंने पूछा की वह निकल गया क्या। दोनों आरोपियों ने काफी देरतक इंतजार किया और फिर सोनू के कमरे पर सोने के बाद दीवार फांदकर घर में घुसे और पीछे के दरवाजे से कमरे में पहुंचकर वहीं पर रखे पत्थर से उसके सिर पर ताबड़तोड़ वार किए। कमरे में ही रखे चाकू से उसका गला भी काट दिया। मौके से आरोपी उसका मोबाइल फोन भी ले गए थे। मामले में पुलिस चाकू और मोबाइल फोन की बरामदगी में जुटी है।