शहर कांग्रेस ने कचरा संग्रहण में 25 करोड़ के घोटाले का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को एसीबी के एडीजी में परिवाद दिया है। साथ ही कांग्रेसी नेताआें ने इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की भी मांग की है। साथ ही उन्हेांने चेतावनी दी है कि मामले को लेकर जल्द कार्रवार्इ नहीं की गर्इ तो विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
कांग्रेस पार्षद दल के साथ शहर जिलाध्यक्ष प्रतापसिंह खाचरियावास एसीबी के मुख्यालय पहुंचे। उन्होंने एडीजी आलोक त्रिपाठी के साथ मुलाकात की आैर आरोप लगाया कि नगर निगम ने डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण का ठेका महाराष्ट्र में ब्लैक लिस्टेड कंपनी बीवीजे को दिया है। शर्तों का उल्लंघन कर कंपनी ने कार्य सबलेट कर दिया और 30 प्रतिशत कम दर पर अन्य 7 कंपनियों को काम सौंप दिया। इस दौरान कांग्रेस पार्षद दल के उपनेता धर्मसिंह सिंघानिया, पार्षद कमल वाल्मीकि, सुमन गुर्जर, मुकेश शर्मा, लक्ष्मणदास मोरानी, मंजू शर्मा, सुशील शर्मा आैर पार्टी से जुड़े कर्इ अन्य नेता भी मौजूद थे।
भ्रष्टाचार में जा रही जनता की कमाई
खाचरियावास ने आरोप लगाया कि सरकार की शह के चलते इस कंपनी को ठेका दिया, जो काम किए बिना मोटी कमाई में जुटी है। मामले में मेयर, आयुक्त और सरकार की चुप्पी से साफ है कि जनता पर मनमाने टैक्स लगाकर वसूली जा रही रकम भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही है। उन्होंने एसीबी से इस मामले की निष्पक्ष जांच कर ठेका रदद करने की भी सिफारिश की है।
– कांग्रेस नेता प्रतापसिंह खाचरियावास ने ने परिवाद दिया है। इसकी जांच कराई जाएगी। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
आलोक त्रिपाठी, एडीजी, एसीबी।