तीन सदस्यों के मनोनयन के बाद राजस्थान में वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष ( Rajasthan Waqf Board chairman ) की दौड़ में सबसे मजबूत दावेदार खानू खां बुधवाली ( khanu khan budhwali ) को माना जा रहा हैं। राजस्थान वक्फ बोर्ड, ने 9 मार्च 2016 को बोर्ड के तीन सदस्य मनोनीत किये थे, उसके बाद 5 दिसम्बर 2017 को हाईकोर्ट में तीनों सदस्यों की योग्यता को टोंक निवासी नजी़र हसन ने चैलेज किया था, जिसके बाद जस्टिस मनीष भंडारी की अदालत ने उनकी योग्यता रद्द कर दी थी। इसके बाद इस मामले को सुप्रीम कोर्ट में चुनोती दी गई।
अटका हुआ था बोर्ड का काम साल 2017 के बाद से वक्फ बोर्ड ( Rajasthan Board of Muslim Waqfs ) में न कोई नया काम हो पाया न कोई नई योजना आ पाई। इस दौरान वक्फ जायादादों पर अतिक्रमण हटाने के काम रुक गए, नई किराया नीति को लेकर नये फैसले नहीं किये जा सके, जिला समितियों को लेकर भी ज्यादातर फैसले अटके हुए हैं। 3 सदस्यों के मनोनयन के साथ ही विधायक कोटे से सदस्य को शामिल करने के लिए भी बोर्ड मे विधायक कोटे से सदस्य का चुनाव होगा। इसके लिए जिला कलक्टर को चुनाव अधिकारी नियुक्त कर चुनाव कराने के लिए वक्फ बोर्ड ने पत्र भेज दिया है।