डीसीपी (ईस्ट) डॉ. राहुल जैन ने बताया कि अंतर्राज्यीय ठग गिरोह के बदमाश सत्यवीर सिंह (25) निवासी कुम्हेर भरतपुर, जितेंद्र कुमार उर्फ जीतू (27) निवासी कोतवाली झुंझुनूं और मनीष परमार (29) निवासी गिरसोमनाथ गुजरात को गिरफ्तार किया है। गिरोह पूर्व में भी दिल्ली, लखनऊ व अन्य शहरों में नौकरी लगाने के नाम पर रुपए ठगने की वारदात कर चुका है।
पुलिस पूछताछ में ठग गिरोह से अन्य कई वारदातों के खुलासे की संभावना जताई गई है। यह था मामला- तिजारा अलवर निवासी परमजीत यादव ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि नीमराणा अलवर में वह स्वयं का बिजनेस करता है। दिसम्बर 2018 में उसके मोबाइल पर सत्यवीर नाम के युवक का कॉल आया। जिसने खुद को कृषि मंत्री लालचन्द कटारिया का पीए होना बताते हुए सरकारी विभाग में अच्छी पहुंच होना बताया।
बेरोजगार लड़कों को रेलवे ग्रुप-डी, आईटीबीपी (
ITBP ) व एफसीआई (
FCI ) सहित अन्य सरकारी विभाग में नौकरी लगा सकता हूं। बातचीत के दौरान फर्जी पीए ने अपने साथी जितेन्द्र उर्फ जीतू से भी मुलाकत करवाई। बातों में फांसकर आरोपितों ने उसकी और उसके आठ रिश्तेदारों को सरकारी नौकरी लगवाने की एवज में कुल 22 लाख रुपए अलग-अलग बैंक खातों में डलवा लिए। जिसके बाद नहीं नौकरी लगवाई और नहीं रुपए वापस लौटाए। इस मामले में मंत्री लालचंद कटारिया से सम्पर्क किया गया, लेकिन उनका मोबाइल बंद आ रहा था।