-अफगानी आतंकी बेहतर लड़ाके…पहली बार बड़ी संख्या में अफगानी आतंकी पाकिस्तानियों की तुलना में बेहतर प्रशिक्षित और अच्छे लड़ाके माने जाते हैं। सूत्रों ने अफगानी आतंकियों की निश्चित संख्या तो नहीं बताई, लेकिन कहा कि इतने अफगानी सीमा पार पहले नहीं देखे गए।
-बर्फ पिघलते ही करेंगे घुसपैठ की कोशिश बर्फबारी के कारण अभी ये आतंकी घुसपैठ नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन मार्च अप्रैल में बर्फ पिघलने के साथ ही ये मौका मिलते ही भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश करेंगे। इन आतंककारियों का मुख्य निशाना सुरक्षा बल ही रहेंगे और ये जम्मू-कश्मीर में अशांति फैलाने के साथ-साथ लोगों को भड़काने और प्रशासन के खिलाफ लाने की कोशिश करेंगे। सूत्रों ने साथ ही कहा कि इस बार किसी के लिए भी लोगों को भड़काना और भीड़ के रूप में अशांति फैलाने के लिए उनका इस्तेमाल करना आसान नहीं होगा।
-ड्रोन का इस्तेमाल भी सुरक्षा बलों के लिए सिर दर्द सूत्रों ने कहा कि इसके अलावा ड्रोन का इस्तेमाल भी सुरक्षा बलों के लिए सिर दर्द बन सकता है। इसके लिए सीमा पर तैनात सुरक्षा बलों को ड्रोन रोधी प्रौद्योगिकी से लैस किया जाना जरूरी है। हालाकि सुरक्षा बलों और सेना को आदेश है कि यदि कोई ड्रोन उनके हथियारों की मारक सीमा के दायरे में आए तो उसे तुरंत मार गिराया जाना चाहिए। जीपीएस और रेडियो फ्रीक्वेंसी आधारित ड्रोन के अलावा अब पहले से ही प्रोग्राम किए गए ड्रोन भी नए खतरे के रूप में उभर रहे हैं। ये ड्रोन उन्हें दी गई कमान के आधार पर काम करते हैं।