गौरतलब है कि राजस्थान विश्वविद्यालय में सिंडीकेट की अंतिम बैठक 29 दिसंबर 2020 को हुई थी। इसके बाद कोविड के कारण सिंडीकेट नहीं हो पाई। पिछले महीने 16 अगस्त को भी सिंडीकेट की बैठक बुलाई गई थी,लेकिन जिला परिषद् व पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव के चलते बैठक को स्थगित कर दिया गया।
सीएएस के तहत पदोन्नति करवाए जाने की मांग
जिस समय कुलपति सचिवालय में सिंडीकेट की बैठक चल रही थी उसी दौरान कुछ शिक्षकों में करियर एडवांसमेंट स्कीम के तहत पदोन्नति का लाभ नहीं मिलने को लेकर नाराजगी भी देखने को मिली। शिक्षकों ने कुलपति के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा। प्रो. बीडी रावत ने कहा कि प्रमोशन को लेकर कोर्ट ने आदेश दिए हैं लेकिन विवि उनकी पालना नहीं कर रहा और शिक्षकों को पदोन्नति का लाभ देने से वंचित करने का प्रयास किया जा रहा है। 10 11 साल सीएएस हो रहा। कुछ लोग इसे लेकर भ्रांतियां फैला रहे हैं कि इसमें यूजीसी के नियमों की अवहेलना की जा रही है। ऐसे शिक्षक जो 35 साल से विवि में काम कर रहे हैं कि पदोन्नति का लाभ दिया जाना चाहिए।
जिस समय कुलपति सचिवालय में सिंडीकेट की बैठक चल रही थी उसी दौरान कुछ शिक्षकों में करियर एडवांसमेंट स्कीम के तहत पदोन्नति का लाभ नहीं मिलने को लेकर नाराजगी भी देखने को मिली। शिक्षकों ने कुलपति के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा। प्रो. बीडी रावत ने कहा कि प्रमोशन को लेकर कोर्ट ने आदेश दिए हैं लेकिन विवि उनकी पालना नहीं कर रहा और शिक्षकों को पदोन्नति का लाभ देने से वंचित करने का प्रयास किया जा रहा है। 10 11 साल सीएएस हो रहा। कुछ लोग इसे लेकर भ्रांतियां फैला रहे हैं कि इसमें यूजीसी के नियमों की अवहेलना की जा रही है। ऐसे शिक्षक जो 35 साल से विवि में काम कर रहे हैं कि पदोन्नति का लाभ दिया जाना चाहिए।