नेहा ने सुसाइड नोट में बीएचईएल के डीजीएम रैंक के अफसर और सहकर्मियों द्वारा फोन हैक किए जाने, प्रताडि़त करने, उत्पीडऩ करने और आत्महत्या के लिए उकसाने का जिक्रकिया है। नेहा ने पत्र में लिखा कि पति के साथ रहने के लिए उसने भोपाल बीचएईएल से हैदराबाद बीएचईएल में ट्रांसफर लिया था। नेहा का आरोप था कि हैदराबाद बीएचईएल में काम करने वाले डीजीएम फाइनेंस आर्थर ने उसे पिछले दो महीने में काफी प्रताडि़त किया। डीजीएम और सहकर्मी मिलकर अश्लील फब्तियां कसा करते थे। आत्महत्या से पहले नेहा ने अलग-अलग जगहों पर सहकर्मियों की हरकतों के बारे में शिकायत भी की थी। तेलंगाना पुलिस को फोन हैक किए जाने की शिकायत भी दर्ज कराई थी। हालांकि स्थानीय पुलिस को जांच में ऐसे इनपुट नहीं मिले थे।
नेहा के सुसाइड नोट के अनुसार भोपाल बीएचईएल के फाइनेंस डिपार्टमेंट में काम करने वाली महिलाओं ने भी उसे मानसिक रूप से प्रताडि़त किया था। हैदराबाद तबादला होने के बाद इन लोगों ने वहां भी उसे बदनाम करने की कोशिश की।
दो माह पहले आई थी भोपाल
नेहा के चचेरे भाई संजीव चौकसे ने बताया कि वह बहुत मिलनसार-हंसमुख थी। उसका कभी किसी से विवाद नहीं हुआ। दो माह पहले ही वह अपने सगे भाई नितिन के बेटी होने पर भोपाल आई थी। शनिवार को नितिन हैदराबाद नेहा के पास जाने वाला था। इससे पहले यह घटना हो गई। परिवार के सभी लोग फ्लाइट से हैदराबाद चले गए हैं।
नेहा के चचेरे भाई संजीव चौकसे ने बताया कि वह बहुत मिलनसार-हंसमुख थी। उसका कभी किसी से विवाद नहीं हुआ। दो माह पहले ही वह अपने सगे भाई नितिन के बेटी होने पर भोपाल आई थी। शनिवार को नितिन हैदराबाद नेहा के पास जाने वाला था। इससे पहले यह घटना हो गई। परिवार के सभी लोग फ्लाइट से हैदराबाद चले गए हैं।