अब तक 3947 पक्षियों की मौत
जयपुरPublished: Jan 12, 2021 09:16:01 pm
लगातार बढ़ रहा मौत का आकड़ाप्रदेश में आज हुई 626 पक्षियों की मौत26 जिलों से 251 सैंपल जांच के लिए भोपाल लैब में भेजे16 जिले बर्ड फ्लू से प्रभावित16 जिलों में 62 सैम्पल पॉजिटिवभरतपुर और जोधपुर से भेजे गए सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आईझुंझुनू से भेजी गई सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव आई
अब तक 3947 पक्षियों की मौत
प्रदेश में बर्ड फ्लू का कहर जारी है और पक्षियों की मौत का आकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। बर्ड फ्लू से ज्यादातर कौवों की मौत हो रही हैं। प्रदेश में अब तक 3947 पक्षियों की मौत हो चुकी है। जिनमें 2900 कौवे, 211 मोर, 242 कबूतर और 594 अन्य पक्षियों की मौत हुई है।
पूरे प्रदेश में मंगलवार को एक दिन में 626 पक्षियों की मौत हुई है। जिनमें 349 कौवे, 22 मोर, 52 कबूतर और 203 अन्य पक्षी शामिल हैं। प्रदेश में करीब 16 जिले बर्ड फ्लू से प्रभावित हुए हैं। प्रदेश में 26 जिलों से 251 सैंपल जांच के लिए भोपाल लैब में भेजे जा चुके हैं। वहीं 16 जिलों में 62 सैम्पल पॉजिटिव पाए गए हैं। भरतपुर और जोधपुर से मृत पक्षियों की भेजे गए सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। वहीं झुंझुनू से भेजी गई सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
जयपुर में एक दिन में 122 पक्षी मरे
पशुपालन विभाग से प्राप्त आकड़ों के मुताबिक राजधानी जयपुर में एक ही दिन में 122 पक्षियों की मौत हुई है जिनमें से 107 कौए, 10 कबूतर और 5 अन्य पक्षियों की मौत हुई है। जयपुर में अब तक 686 पक्षियों की मौत हो चुकी है, जिनमें 618 कौवे, 4 मोर, 27 कबूतर, 4 मुर्गी और 33 अन्य पक्षी शामिल हैंर्।
वहीं अलवर में 33, दौसा में 20, झुंझुनू में 04, सीकर में 03, भीलवाड़ा में 16, नागौर में 13, टोंक में 08, भरतपुर में 19, करौली में 01, सवाई माधोपुर में 06, हनुमानगढ़ में 128, जोधपुर में 27, बाड़मेर में 68, जालौर में 03, पाली में 13, सिरोही में 02, कोटा में 44, बारां में 14, बूंदी में 16, झालावाड़ में 43, बांसवाड़ा में 03, चित्तौडगढ़़ में 20 पक्षियों की मौत हुई है।
पॉल्ट्री फार्म सुरक्षित
अभी तक प्रदेश में किसी पोल्ट्री में बर्डफ्लू की पुष्टि नहीं हुई है। ऐसे में पोल्ट्री फार्म सुरक्षित है। गौरतलब है कि सबसे पहले झालावाड़ में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी। 25 दिसंबर को पहली बार झालावाड़ में कौवे के मरने की सूचना मिली थी, जिसके बाद 27 दिसंबर को सैंपल भोपाल में भेजे गए,जहां बर्ड फ्लू होने की पुष्टि हुई। इसके बाद लगातार प्रदेश में कौवों के मरने के मामले सामने आ रहे हैं।