जयपुर विकास प्राधिकरण आर्थिक तंगहाली के दौर से गुजर रहा है, अब इसका असर राजधानी को खूबसूरत बनाने वाले प्रोजेक्ट्स पर भी पड़ने लगा है। जेडीए ने शहर की वीआईपी सड़क और इलाकों का सौंदर्यीकरण करने के लिए 40 करोड़ रूपए का प्लान बनाया। लेकिन आर्थिक तंगहाली के कारण इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। फिलहाल जेडीए ब्यूटीफिकेशन प्रोजेक्ट्स के लिए धन का इंतजाम करने की कवायद में लगा है।
करोड़ों के सौंदर्यीकरण पर उठे सवाल
जब भी शहर में कोई बड़ा आयोजन होता है राज्य सरकार जेडीए और दूसरी एजेंसियों की मार्फत जेएलएन रोड का सौंदर्यीकरण करवाती है। बीते दो साल की बात करें तो सरकार ने अगस्त 2015 में आयोजित फिपिक समिट से पहले जेएलएन मार्ग की रिपेयर, रोड के दोनों तरफ महंगे गमले रखवाने, खम्भों पर पौधों सहित गमले लटकाने और रंगरोगन पर करोड़ों रूपए खर्च किए गए थे। इसके बाद नवम्बर 2015 में हुए रिसर्जेंट राजस्थान से पहले भी जवाहर सर्किल और जेएलएन रोड पर बड़े पैमाने पर ब्यूटीफिकेशन कार्य करवाए गए। इसके बाद 2016 में ब्रिक्स सम्मेलन के लिए जेएलएन रोड पर सौंदर्यीकरण कार्य हुए। इन तीनों आयोजनों में जेडीए, नगर निगम और पीडब्ल्यूडी सहित अन्य एजेंसियों की ओर से किए गए कार्यों को मिला लें तो 30 करोड़ रूपए से ज्यादा खर्च किए जा चुके हैं।
जब भी शहर में कोई बड़ा आयोजन होता है राज्य सरकार जेडीए और दूसरी एजेंसियों की मार्फत जेएलएन रोड का सौंदर्यीकरण करवाती है। बीते दो साल की बात करें तो सरकार ने अगस्त 2015 में आयोजित फिपिक समिट से पहले जेएलएन मार्ग की रिपेयर, रोड के दोनों तरफ महंगे गमले रखवाने, खम्भों पर पौधों सहित गमले लटकाने और रंगरोगन पर करोड़ों रूपए खर्च किए गए थे। इसके बाद नवम्बर 2015 में हुए रिसर्जेंट राजस्थान से पहले भी जवाहर सर्किल और जेएलएन रोड पर बड़े पैमाने पर ब्यूटीफिकेशन कार्य करवाए गए। इसके बाद 2016 में ब्रिक्स सम्मेलन के लिए जेएलएन रोड पर सौंदर्यीकरण कार्य हुए। इन तीनों आयोजनों में जेडीए, नगर निगम और पीडब्ल्यूडी सहित अन्य एजेंसियों की ओर से किए गए कार्यों को मिला लें तो 30 करोड़ रूपए से ज्यादा खर्च किए जा चुके हैं।
इन रूट पर होना है सौंदर्यीकरण 1 — एयरपोर्ट टर्मिनल—2 से जवाहर सर्किल, स्टेट हैंगर से जवाहर सर्किल, जेएलएन मार्ग पर जवाहर सर्किल से रामनिवास बाग तक। ये होना है काम — लैण्डस्केपिंग, हॉर्टिकल्चर ब्यूटीफिकेशन, ग्रीन बेल्ट डवलपमेंट, मीडियन रिनोवेशन।
प्रोजेक्ट लम्बाई — 8 किमी
प्रोजेक्ट लागत — 8 करोड़
प्रोजेक्ट लम्बाई — 8 किमी
प्रोजेक्ट लागत — 8 करोड़
2— बिड़ला मंदिर से रामबाग सर्किल, रामबाग सर्किल से सिविल लाइंस, अम्बेडर सर्किल से विधानसभा, गांधी सर्किल से टोंक रोड। ये होना है काम — लैण्डस्केपिंग, हॉर्टिकल्चर ब्यूटीफिकेशन, ग्रीन बेल्ट डवलपमेंट, मीडियन रिनोवेशन।
प्रोजेक्ट लम्बाई — 4 किमी
प्रोजेक्ट लागत — 4 करोड़
प्रोजेक्ट लम्बाई — 4 किमी
प्रोजेक्ट लागत — 4 करोड़
3 — जवाहर सर्किल से जगतपुरा रोड आरओबी तक, बालाजी मोड़ से एपेक्स सर्किल तक। ये होना है काम — लैण्डस्केपिंग, हॉर्टिकल्चर ब्यूटीफिकेशन, ग्रीन बेल्ट डवलपमेंट, मीडियन रिनोवेशन।
प्रोजेक्ट लम्बाई — 5 किमी
प्रोजेक्ट लागत — 5 करोड़
प्रोजेक्ट लम्बाई — 5 किमी
प्रोजेक्ट लागत — 5 करोड़
4— गांधी सर्किल से एपेक्स सर्किल तक। ये होना है काम — लैण्डस्केपिंग, हॉर्टिकल्चर ब्यूटीफिकेशन, ग्रीन बेल्ट डवलपमेंट, मीडियन रिनोवेशन।
प्रोजेक्ट लम्बाई — 4 किमी
प्रोजेक्ट लागत — 4 करोड़ 5 — विद्याधर नगर में अल्का सिनेमा से स्वर्ण जयंति पार्क तक।
प्रोजेक्ट लम्बाई — 4 किमी
प्रोजेक्ट लागत — 4 करोड़ 5 — विद्याधर नगर में अल्का सिनेमा से स्वर्ण जयंति पार्क तक।
ये होना है काम — लैण्डस्केपिंग, हॉर्टिकल्चर ब्यूटीफिकेशन, ग्रीन बेल्ट डवलपमेंट, मीडियन रिनोवेशन।
प्रोजेक्ट क्षेत्रफल — 2.5 हैक्टेयर
प्रोजेक्ट लागत — 2.50 करोड़ 6— रामनिवास बाग ये होना है काम — लैण्डस्केपिंग प्रोजेक्ट, सौंदर्यीकरण, हरियाली विस्तार।
प्रोजेक्ट क्षेत्रफल — 10 हैक्टेयर
प्रोजेक्ट लागत — 3 करोड़
प्रोजेक्ट क्षेत्रफल — 2.5 हैक्टेयर
प्रोजेक्ट लागत — 2.50 करोड़ 6— रामनिवास बाग ये होना है काम — लैण्डस्केपिंग प्रोजेक्ट, सौंदर्यीकरण, हरियाली विस्तार।
प्रोजेक्ट क्षेत्रफल — 10 हैक्टेयर
प्रोजेक्ट लागत — 3 करोड़
7— नेहरू बालोद्यान ये होना है काम — लैण्डस्केपिंग प्रोजेक्ट, सौंदर्यीकरण, हरियाली विस्तार।
प्रोजेक्ट क्षेत्रफल — 6.4 हैक्टेयर
प्रोजेक्ट लागत — 3 करोड़ 8 — सेंट्रल पार्क ये होना है काम — लैण्डस्केपिंग प्रोजेक्ट, सौंदर्यीकरण, हरियाली विस्तार।
प्रोजेक्ट क्षेत्रफल — 24 हैक्टेयर
प्रोजेक्ट लागत — 7 करोड़
प्रोजेक्ट क्षेत्रफल — 6.4 हैक्टेयर
प्रोजेक्ट लागत — 3 करोड़ 8 — सेंट्रल पार्क ये होना है काम — लैण्डस्केपिंग प्रोजेक्ट, सौंदर्यीकरण, हरियाली विस्तार।
प्रोजेक्ट क्षेत्रफल — 24 हैक्टेयर
प्रोजेक्ट लागत — 7 करोड़