scriptशहरवासियों के लिए बड़ी ख़ुशख़बरी, राजधानी को अब मिलेगा हर दिन 4 करोड़ लीटर ज्यादा पानी | 40 million liters more water every day in Jaipur | Patrika News

शहरवासियों के लिए बड़ी ख़ुशख़बरी, राजधानी को अब मिलेगा हर दिन 4 करोड़ लीटर ज्यादा पानी

locationजयपुरPublished: Dec 16, 2018 03:47:36 pm

Submitted by:

rohit sharma

शहरवासियों के लिए बड़ी ख़ुशख़बरी, राजधानी को अब मिलेगा हर दिन 4 करोड़ लीटर ज्यादा पानी

जयपुर।

शहरवासियों के लिए कुछ राहत की उम्मीद जगी है। जलदाय विभाग को यहां 274 नए ट्यूबवैल खुदाई की मंजूरी मिल गई है, जिससे शहर को 40 एमएलडी (4 करोड़ लीटर) पेयजल प्रतिदिन अतिरिक्त मिलेगा। वित्त विभाग की मंजूरी के बाद अब विभाग ने नए ट्यूबवैल खुदाई प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके बाद बीसलपुर बांध में अगस्त तक पानी मिलने की स्थिति बनने का दावा किया जा रहा है। यानि, मानसून तक ज्यादा दिक्कत नहीं होगी। इसके अलावा 273 बंद पड़े ट्यूबवैल अतिरिक्त हैं। इसमें से 194 शुरू हो चुके हैं, जिससे 32 करोड़ लीटर पानी उपलब्ध हो रहा है। इतना ही पानी बीसलपुर बांध से कम किया जा रहा है।
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि दिसम्बर के अंत या जनवरी के शुरुआती पखवाड़े में नए ट्यूबवैल खुदाई के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। गौरतलब है कि शहर में अभी 30 फीसदी तक पेयजल कटौती की जा रही है।
बता दें कि शहर में अभी 420 एमएलडी (42 करोड़ लीरटर) पेयजल सप्लाई किया जा रहा है। इसमें 320 एमएलडी पानी बीसलपुर बांध से और 100 एमएलडी पेयजल ट्यूबवैल से लिया जा रहा है। पिछले दिनों ही बीसलपुर बांध से 30 एमएलडी पेयजल कम किया गया है। इसके पीछे पुराने ट्यूबवैल से इतना ही पानी अतिरिक्त मिलने का हवाला दिया गया।
अब भी बनी हुई निजी टैंकरों पर निर्भरता..

भले ही ट्यूबवैल से अतिरिक्त पानी मिलने का दावा किया जा रहा हो, लेकिन हकीकत यह है कि अब भी लोगों की ट्यूबवैल पर निर्भरता बनी हुई है। लोगों को निजी टैंकर मंगवाने पड़ रहे हैं। शहर के कई इलाकों में यही स्थिति बनी हुई है। इसमें चारदीवारी के अलावा शास्त्री नगर, महेश नगर, बरकत नगर, गुर्जर की थड़ी, शांति नगर, कटेवा नगर, मालवीय नगर डी ब्लॉक से भी लोग लगातार अफसरों के पास पहुंच रहे हैं।

नए ट्यूबवैल खुदाई की अनुमति मिल गई है, इससे 40 एमएलडी पानी अतिरिक्त मिलेगा। ज्लद निविदा प्रक्रिया शुरू होगी। बीसलपुर बांध में भी अगस्त तक पानी होगा। – डी.के. सैनी, मुख्य अभियंता, जलदाय विभाग
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो