नौ जुलाई को ऋण मुक्ति के लिए गांव बंद
यह बात गुरुवार को किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने पत्रकार वार्ता में कही। जाट ने कहा कि यदि फिर भी सरकार नहीं चेती तो अनिश्चित समय के लिए गांव को बंद कर दिया जाएगा। जाट ने कहा कि ऋण मुक्ति को तथा कृषि उपजों के लागत से डेढ़ गुना दाम निर्धारण कर ग्राम स्तर पर वर्ष भर खरीद की जाने चाहिए।
45000 हजाए गांव बंद रहेंगे
इस सम्बन्ध में पिछले तीन वर्षों में अनेक बार ज्ञापन, उपवास, धरना, गिरफ्तारी, जेल यात्रा, 100 दिन की ग्राम यात्रा के माध्यम से निरंतर सरकार का ध्यान आकृष्ठ किया गया, लेकिन फिर भी सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। राजस्थान में 2332500 किसानों को वर्ष 2016-17 में 13.5 हजार करोड़ रुपए का ऋण वितरित किया गया। संसद में दी गई
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जानकारी के अनुसार चालीस लाख पांच हजार पांच सौ किसान परिवारों पर 70 हजार पांच सौ रुपए का ऋण बकाया है। साधारणत: किसानों की भूमि बैंको मेें गिरवी है। किसानों को उनकी उपजों की लागत से कम मूल्य मिलने के कारण किसानों पर ऋण चढ़ता जा रहा है। सरकार को किसानों के ऋण का भार उठाना चाहिए।