सोमवार को प्रदेश में स्वाइन फ्लू के 41 नए मामले सामने आए। लेकिन प्रदेश में स्वाइन फ्लू से एक भी मौत नहीं होने पर अफसरों के चेहरे पर खुशी दिखाई थी। अफसरों का यहीं कहना था कि साल के शुरूआत में कोई मौत नहीं हुई है। ऐसे में शुरूआत में रिकार्ड खराब नहीं हो इससे अच्छी बात और क्या हो सकती है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि विभाग में किसी भी बीमारी से होने वाली मौत का रिकार्ड 1 जनवरी से 31 दिसंबर तक रखा जाता है। इस हिसाब से प्रदेश में स्वाइन फ्लू से 280 मौत पिछले साल हुई थी। ऐसे में नए साल पर रिकॉर्ड ठीक रहा है। वहीं विभाग के अधिकारियों का यह भी कहना है कि प्रदेश में स्वाइन फ्लू का कहर अन्य राज्यों के मुकाबले ज्यादा है। वहीं स्वाइन फ्लू से मौत के मामले में भी देश भर में प्रदेश तीसरे नंबर पर है। ऐसे में सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे आउटडोर में प्रतिदिन स्वाइन फ्लू को लेकर जागरूकता कैंपेन चलाए और स्वाइन फ्लू के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी आम लोगों को दें।
इस साल के पहले दिन प्रदेश में कोई मौत नहीं है। बीते साल प्रदेश में स्वाइन फ्लू से 280 मौत हुई थी। विभाग में मौतों का रिकॉर्ड जनवरी से लेकर दिसंबर तक रखा जाता है।
-डॉ वीके माथुर, निदेशक जन स्वास्थ्य