डीसीपी (पश्चिम) वंदिता राणा ने बताया कि इस संबंध में परिवादी अवि गुप्ता ने थाने में मामला दर्ज करवाया। जिसमें बताया कि आरोपियों ने साजिश रचकर उसकी फर्म उन्नति एंटरप्राइजेज फ्रूट्स से अपनी फर्म श्री श्याम ट्रेडिंग कंपनी में मंगवाकर माल को अन्य फर्मों में बेच दिया और उसके रुपए नहीं लौटाए।
एडिशनल डीसीपी रामसिंह ने बताया कि आरोपी के बारे में पड़ताल की तो सामने आया कि आरोपी मोहित को अन्य वारदात में क्राइम ब्रांच दिल्ली द्वारा गिरफ्तार किया गया हैं। पुलिस ने गुरूग्राम हरियाणा निवासी आरोपी मोहित कुमार उर्फ मोहित गोयल का प्रोडक्शन वारंट लेकर उसे गिरफ्तार किया। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर अन्य जानकारियां जुटा रही हैं।
थानाप्रभारी गुंजन सोनी ने बताया कि आरोपी मोहित कुमार उर्फ मोहित गोयल से पूछताछ में सामने आया कि मोहित अपने अन्य सहयोगी अभियुक्तों के साथ मिलकर अलग अलग प्रोपराइटरशिप तथा डायरेक्टर शिप से फर्मे खोलता था। जिसका अप्रत्यक्ष रुप से संचालन स्वयं ही करता था। माल कहां से लाना है और कहां भेजना है। किससे रुपए लेने है और बाकी कितने रखने है। वह स्वयं ही करता था। मोहित के साथ इन सबमें उसकी पत्नी धारणा के साथ साथ अन्य सहयोगी मनोज कादियान, प्रदीप निर्वाण, राजीव कुमार, अंजली कादियान आदि शामिल है। आरोपी पहले पार्टियों को आर्डर देते, माल की सप्लाई लेते तथा फिर या तो अति अल्प भुगतान करते या कुछ भी भुगतान नहीं करते थे।
आरोपी मोहित के पिता की श्यामली उत्तर प्रदेश में किराना की होलसेल की दुकान है। जहां से कमाए हुए कुछ रुपयों को अपने मित्र के साथ मोहित ने इनवेस्ट किया और रिगिंग बैल प्रा. लि. कंपनी खोली जो 2017 में रिगिंग बैल स्कैण्डल में आरोपी फर्म है, इस फर्म द्वारा 251 रुपए में प्रत्येक भारतीय नागरिक को मोबाइल फोन उपलब्ध कराए जाने थे। परन्तु कमंपनी पर धोखाधड़ी के कई आरोप लगे और प्रकरण पंजीबद्ध हुए। इसी क्रम में आरोपी मोहित की मुलाकात मनोज कादियान और उसकी पत्नी अंजली कादियान से हुई। और अपने साथ बाकी दूसरे सहयोगियों को मिलकर इन सभी ने धोखाधड़ी के उदेश्य से अलग अलग पते पर फर्मे बनाई।