5 लोगों के साथ शुरुआत
कंपनी के एमडी एवं सीईओ अमित बिवालकर कहते हैं कि उन्होंने केवल 5 लोगों के साथ इसकी शुरुआत की थी। अब उनके पास 100 कर्मचारियों की संख्या है और 11 ऑफिसेस हैं। यह देश की सबसे बड़ी म्यूचुअल फंड डिस्ट्रीब्यूटर्स कंपनी है। वे कहते हैं कि इसमें सौरभ भाटिया का काफी बड़ा योगदान है, जिससे यह प्लेटफॉर्म आज एडवाइजरी और डिस्ट्रीब्यूशन चैनल के रूप में फेमस है। दरअसल, देश में म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में काफी कम एडवाइजर हैं। कुल एक्टिव एडवाइजर्स महज 30 हजार के पास हैं, जबकि 130 करोड़ की आबादी में यह काफी कम संख्या है।
देश में फंड डिस्ट्रीब्यूशन की जरूरत सैपिएंट के चेयरमैन ध्रूव मेहता कहते हैं कि हम आगे इस प्लेटफॉर्म को और मजबूत बनाना चाहते हैं, क्योंकि आज देश में फंड डिस्ट्रीब्यूशन की जरूरत है। सौरभ भाटिया एचएसबीसी म्यूचुअल फंड में थे और उसके बाद वे 2017 में डीएसपी म्यूचुअल फंड में जुड़े। वे फिक्स्ड इनकम के फंड मैनेजर थे। सैपिएंट आगे और भी टेक्नोलॉजी आधारित सेवाओं को लांच करने की तैयारी में है। देश में कुल 42 फंड हाउस हैं। इनका कुल असेट अंडर मैनेजमेंट 31 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा है। इसमें से तीन सबसे बड़े फंड हाउस में एसबीआई म्यूचुअल फंड, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल और एचडीएफसी फंड है।